9वीं, 10वीं में थर्ड डिविजन, 12वीं में फेल, प्रेरणादायक है IPS मनोज कुमार शर्मा की कहानी

मनोज कुमार शर्मा मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के रहने वाले हैं, मनोज एक आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से 12वीं में फेल हो गये, इतना ही नहीं 9वीं और 10वीं में भी थर्ड डिविजन से संतोष करना पड़ा।

New Delhi, May 19 : पढाई के दौरान जब भी परीक्षा में असफलता हाथ लगती है, तो अकसर कई बच्चों का मनोबल टूट जाता है, कई बार वो खुद को अंदर से टूटा हुआ और लाचार महसूस करने लगते हैं, लेकिन असफलता पर रोने या अपनी असफलता पर हिम्मत हारने वाले बच्चों और उनके माता-पिता को भी ये कहानी जरुर पढनी चाहिये, आज हम आपको एक ऐसी ही शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने कम उम्र में बड़ी असफलताएं बार-बार देखी, लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी।

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बार-बार असफलता
कई बार असफल होने के बाद भी इस लड़के ने जो मुकाम हासिल किया है, उसे हासिल करना कई होनहारों का सपना होता है, ये कहानी है मनोज कुमार शर्मा की, जो बारहवीं क्लास की परीक्षा में फेल हो गये, और फिर आगे जाकर यूपीएससी परीक्षा पास कर ली, बोर्ड परीक्षा नहीं पास करने पर कई छात्र जाने-अनजाने में गलत कदम उठा लेते हैं, लेकिन मनोज की कहानी ना सिर्फ दिलचस्प है, बल्कि उन छात्रों के लिये प्रेरणा भी है।

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एमपी के रहने वाले
मनोज कुमार शर्मा मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के रहने वाले हैं, मनोज एक आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से 12वीं में फेल हो गये, इतना ही नहीं 9वीं और 10वीं में भी थर्ड डिविजन से संतोष करना पड़ा, 12वीं में मनोज हिंदी छोड़कर अन्य सभी विषयों में फेल हो गये, हालांकि कई असफलताएं मिलने के बाद भी मनोज का खुद से भरोसा नहीं हटा, वो अपने लक्ष्य से हटे नहीं और देश के सबसे कठिन कही जाने वाली परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी।

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आपको क्यों चुनें
उन्होने अपना पोस्टग्रेजुएशन पूरा किया, यूपीएससी की परीक्षा पास करने का जुनून लिये मनोज तीन बार इस परीक्षा में असफल हुए, लेकिन कोशिश जारी रखी, चौथी कोशिश में उन्हें 121वां रैंक मिला, वो आईपीएस अधिकारी बने, मनोज कुमार शर्मा ने एक किताब भी लिखी हा, जिसका नाम है, 12th फेल, मनोज कुमार शर्मा मुंबई पुलिस के एडिशनल कमिश्नर ऑफिसर भी रहे, उन्होने एक इंटरव्यू में बताया यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान चयन समिति में बैठे लोगों ने मेरा बायोडाटा देखने के बाद मुझसे पूछा कि यहां आईआईटी और आईआईएम क्वालिफाई करने वाले लोग आ रहे हैं, तो ऐसे में हम आपको क्यों सलेक्ट करें, इस पर मैंने उन्हें जवाब दिया, कि 12वीं फेल होने के बाद यहां तक पहुंच गया हूं, तो कुछ तो क्वालिटी मेरे अंदर होगी।