क्या है हमास? जिसने इजरायल पर दागे 4 हजार रॉकेट्स, पहुंचाया करोड़ों का नुकसान

गाजा पट्टी पर इजरायल की जंग के बीच ये जानना जरुरी है, कि चरमपंथी संगठन हमास आखिर है क्या, दरअसल 1948 में गठन के बाद से ही इजरायल पर लगातार फिलिस्तीनी इलाके पर कब्जे के आरोप लगते रहे थे।

New Delhi, May 21 : गाजा पट्टी पर इजरायल और कट्टरपंथी संगठन हमास के बीच लड़ाई खत्म हो चुकी है, दोनों ओर से लगातार रॉकेट लांचर और मिसाइल से हमले किये गये, इजरायल ने उन्नत टेक्नोलॉजी और सटीक लक्ष्य भेदने की क्षमता वाली एयरस्ट्राइक से बढत बनाये रखी, हमास को खासा नुकसान हुआ, हालांकि नुकसान तो दोनों ओर हुआ है, जहां गाजा में 232 लोगों की मौत हुई, वहीं इजरायल ने भी अपने 12 लोगों को खोया, इसके बावजूद हमास की ओर से रॉकेट हमले ताबड़तोड़ किये गये, इजरायली डिफेंस फोर्सेज की रिपोर्ट के अनुसार 10 मई को संघर्ष शुरु होने के बाद से गाजा की ओर से अब तक इजरायल पर 4000 से ज्यादा रॉकेट दागे जा चुके हैं।

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हमास कैसे करता है इजरायल पर हमला
बताया जा रहा है कि हमास के कट्टरपंथी हमलावर आमतौर पर रात के समय इजरायल पर रॉकेट दागते हैं, उन्हें इजरायल को बचाने वाला आयरन डोम सिस्टम नष्ट कर देता है, हालांकि कई बार बड़ी संख्या में होने की वजह से आयरन डोम 90 फीसदी रॉकेट्स तक ही खत्म कर पाता है, बाकी 10 फीसदी इजरायल की आम जनता तक पहुंच जाते हैं। मिसाइल विशेषज्ञों के मुताबिक हमास इजरायल पर एक साथ कई रॉकेट्स से हमले करता है, हमास के ज्यादातर लड़ाके सस्ती तकनीक वाले छोटी रेंज के रॉकेट बनाने के जानकार माने जाते हैं, ये लड़ाके 300 से 800 डॉलर के बीच में रॉकेट बनाते हैं, हमास सबसे ज्यादा कसाम रॉकेट का ही इस्तेमाल करता है, जिसे वो एक साथ दागता है।

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क्या है हमास
गाजा पट्टी पर इजरायल की जंग के बीच ये जानना जरुरी है, कि चरमपंथी संगठन हमास आखिर है क्या, दरअसल 1948 में गठन के बाद से ही इजरायल पर लगातार फिलिस्तीनी इलाके पर कब्जे के आरोप लगते रहे थे, 1967 के 6 दिन के युद्ध के बाद इजरायल ने वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी के अधिकांश इलाके पर कब्जा कर लिया था, इन इलाकों को वापस फिलिस्तीन में मिलाने के लिये यासिर अराफात की पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन लगातार मोर्चा खोले हुए थी।

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इजरायल पर लग चुके हैं हमास को खड़ा करने का आरोप
कहा जाता है कि हमास की स्थापना 1980 में हुई, ये संगठन तब फिलिस्तीन की आजादी की वकालत कर रहे यासिर अराफात के संगठन फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन के खिलाफ खड़ा हुआ था, israel-hamas-war ऐसे दावे किये जाते हैं कि हमास को शुरुआत में इजरायल की ओर से ही आर्थिक मदद मुहैया कराई गई, ताकि पीएलओ को काबू में रखा जा सके, हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। चरमपंथी संगठन हमास इजरायल को मान्यता नहीं देता, यानी वो इजरायल को पूरी तरह से तबाह करना चाहता है, इसके लिये संगठन ने अराफात के पीएलओ से उलट इजरायल के खिलाफ हथियारबंद मोर्चा खोला है।

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