मोदी सरकार के डिजिटल रुल पर गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने तोड़ी चुप्पी, कही ऐसी बात

गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भारत के नये डिजिटल रुल पर कुछ कहा है, उन्होने कहा कि कंपनी लेजिस्लेटिव प्रोसेस पर यकीन करती है और जहां जरुरत होती है, वहां पुश बैक भी करती है।

New Delhi, May 27 : केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा भारत में नये डिजिटल रुल को लेकर अभी कई कंपनियों ने अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया है, हालांकि कुछ कंपनियों ने कहा कि वो डिजिटल रुल को मानेंगे और सरकार जो कहेगी उसका पालन करेंगे, लेकिन व्हाट्सएप्प को लेकर अभी भी कंफ्यूजन बरकरार है।

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सुंदर पिचाई ने क्या कहा
गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भारत के नये डिजिटल रुल पर कुछ कहा है, उन्होने कहा कि कंपनी लेजिस्लेटिव प्रोसेस पर यकीन करती है और जहां जरुरत होती है, वहां पुश बैक भी करती है। गूगल लोकल कानूनों के तहत काम करने के लिये प्रतिबद्ध है और सरकार के साथ नये रेग्यूलेटर फ्रेमवर्क के अनुपालन के लिये सरकार के साथ मिलकर काम करेगा।

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कानून की इज्जत करते हैं
सुंदर पिचाई ने कहा है कि वो हमेशा हर देश के स्थानीय कानून की इज्जत करते हैं और हमारे पास क्लियर ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट्स है, हम सरकार के रिक्वेस्ट को मानते हैं, जब जरुरत पड़ती है, सुंदर पिचाई ने ये भी कहा कि Sundar_Pichai फ्री और ओपन इंटरनेट फाउंडेशनल हैं और भारत में ये पुराना ट्रेडिशन है।

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ओपन इंटरनेट
पिचाई का कहना है कि कंपनी के तौर पर वो इस बात को लेकर काफी क्लियर हैं कि फ्री और ओपन इंटरनेट का वैल्यू किया जाना चाहिये। कुल मिलाकर सुंदर पिचाई ने ये साफ कर दिया है कि भारत के डिजिटल कानून का पालन किया जाएगा, कंपनी ने कहा है कि दूसरे देशों में भी कंपनी वहां के लोकल कानून के हिसाब से काम करती है।