सचिन तेंदुलकर ने खोला दिल का राज, हमेशा रहेगा इन दो बातों का मलाल
सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में अपने दिल का राज बयां किया है, तेंदुलकर ने कहा मुझे दो बातों का मलाल है, पहला ये कि मैं कभी भी सुनील गावस्कर के साथ नहीं खेल पाया।
New Delhi, May 30 : सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की दुनिया का सबसे महान बल्लेबाज कहा जाता है, क्रिकेट को अलविदा कहने के करीब 10 साल बाद भी बल्लेबाज का लगभग हर बड़ी रिकॉर्ड सचिन के नाम ही है, लेकिन तेंदुलकर को दो बातों का बहुत मलाल है, सचिन ने कहा कि गावस्कर और रिचर्ड्स के साथ नहीं खेलने का मलाल उन्हें सारी उम्र रहेगा।
दिल का राज
सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में अपने दिल का राज बयां किया है, तेंदुलकर ने कहा मुझे दो बातों का मलाल है, पहला ये कि मैं कभी भी सुनील गावस्कर के साथ नहीं खेल पाया, जब मैं बड़ा हो रहा था, तो गावस्कर मेरे बैटिंग हीरो थे, एक टीम के तौर पर उनके साथ नहीं खेलने का हमेशा मलाल रहेगा, वो मेरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने से कुछ पहले ही संन्यास ले चुके थे।
सचिन के नाम 100 शतक
2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम अभी भी टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है, भारत के लिये 200 टेस्ट और 463 एकदिवसीय मैच खेलने वाले तेंदुलकर के नाम टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक दर्ज है।
बचपन के हीरो
तेंदुलकर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पाये, उन्होने कहा मेरे बचपन के हीरो सर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ नहीं खेलने का मेरा दूसरा मलाल है, मैं भाग्यशाली था, कि मैं उनके खिलाफ काउंटी क्रिकेट में खेल पाया, लेकिन मुझे अब भी उनके खिलाफ एक इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पाने का मलाल है, भले ही रिचर्ड्स 1991 में रिटायर हुए, और हमारे करियर में कुछ साल उतार-चढाव के हैं, लेकिन हमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलने का मौका नहीं मिला। फिलहाल सचिन क्रिकेट से दूरी बनाये हुए हैं, संन्यास लेने के बाद सचिन किसी और भूमिका में नजर नहीं आये।