बिहार में सरकार बनाने की तैयारी कर रहे लालू, पार्टी का दावा, लॉकडाउन के बाद बदलेगी फिजा
राजद प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेन्द्र ने साफतौर पर कहा कि लालू की बिहार वापसी के लिये कोरोना के मामले कम होने तथा लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है, उन्होने कहा कि राजद सुप्रीमो के आते ही राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढेगी।
New Delhi, Jun 06 : बिहार में राष्ट्रीय जनता दल ने दावा किया है कि लॉकडाउन खत्म होने ही पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दिल्ली से बिहार लौट आएंगे, उनके लौटते ही प्रदेश में बंगाल की तरह बड़ा सियासी खेला होगा, फिलहाल लालू अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के आवास पर हैं, तेजस्वी यादव भी काफी दिनों से दिल्ली में ही होने का दावा कर रहे हैं, लालू परिवार के करीबी तथा मनेर विधायक भाई वीरेन्द्र ने ऐसा दावा किया है, तो पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बयानों को इशारा समझना चाहिये, उन्होने कहा कि समझने वाले समझ चुके हैं कि बिहार में आगे क्या होगा, जो नहीं समझ पाये, वो अनाड़ी हैं, हालांकि एनडीए के नेताओं ने राजद के दावे की हकीकत कुछ और बताई है।
लालू के लौटते ही तेज होगी उथल-पुथल
राजद प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेन्द्र ने साफतौर पर कहा कि लालू की बिहार वापसी के लिये कोरोना के मामले कम होने तथा लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है, उन्होने कहा कि राजद सुप्रीमो के आते ही राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढेगी, बहुत जल्द महागठबंधन की सरकार बनेगी, उन्होने कहा कि लालू के लौटते ही राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल तेज होगी।
जदयू ने क्या कहा
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि बंगाल में भले खेला हो गया, लेकिन बिहार में ये सपना पूरा होने वाला नहीं है, बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है, राजद के लोग ख्याली पुलाव पकाने और सपने देखने में व्यस्त हैं, जदयू के नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लालू का ऑक्सीजन लेवल आजकल काफी गिर गया है, लेकिन उनका ट्वीट लेबल बढा हुआ है, लिहाजा उन्हें खुश करने के लिये कुछ नेता बयान देते रहते हैं।
जेल में रहते भी कोशिश कर चुके हैं
रांची जेल में रहते हुए भी राजद प्रमुख लालू यादव बिहार में सियासी खेल करने की कोशिश का आरोप लगा था, और प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी, बीजेपी के एक विधायक ने दावा किया था कि लालू ने उन्हें जेल से फोन कर पाला बदलने को कहा, बहरहाल लालू जब से जमानत पर जेल से बाहर निकले हैं, बिहार में राजद नेताओं के हौसलें काफी बुलंद हैं। बिहार में एनडीए की मौजूदा सरकार के पास संख्या बल बहुमत के लिये जरुरी न्यूनतम विधायकों की संख्या के काफी नजदीक है, जिसमें मुकेश सहनी का वीआईपी के 4 और मांझी की पार्टी हम के 4 विधायक शामिल हैं, हाल ही में मांझी ने सरकार, एनडीए और खासकर बीजेपी को असहज करने वाले कई बयान दिये हैं, हालांकि उनके बयानों पर एनडीए का कोई नेता प्रतिक्रिया नहीं देता, हाल में मांझी ने ये भी कहा, कि वो अपनी बात मनवाने के लिये सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे, लेकिन एनडीए से हटने का उनका कोई इरादा नहीं है।