इधर पीएम, शाह और योगी करते रह गए मीटिंग, उधर पंजाब में चुनाव से पहले अकाली दल ने कर दिया खेल

उत्‍तर प्रदेश में चुनावी बिसात बिछा रही बीजेपी की नाक के नीचे पंजाब में अकाली दल एक कदम आगे निकल गई है, यहां शिअद- बसपा का गठबंधन हो गया है और सीटों का बंटवारा भी फाइनल है ।

New Delhi, Jun 12: पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है, राज्‍य में सत्‍ता वापसी का कोई मौका अब शिरोमणि अकाली दल नहीं छोड़ना चाहती । दूसरे राजनीतिक दलों से दो कदम आगे निकल, शिअद ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है । अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल ने अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की घोषणा करते हुए ऐलान किय कि पंजाब में वो मिलकर विधान सभा चुनाव लड़ेंगे ।

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सीटों का हुआ बंटवारा
गणबंधन का ऐलान करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह पंजाब की राजनीति में एक BSP akali Gathbandhan Punjab election नया दिन है । शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव और भविष्य में होने वाले चुनाव एक साथ लड़ेंगे । बादल ने कहा कि 117 सीटों में से बसपा 20 सीटों पर जबकि अकाली दल शेष 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगी ।
गणबंधन नहीं टूटेगा, मिलकर लड़ेंगे
गठबंधन पर बसपा सांसद सतीश मिश्रा ने भी इसे ऐतिहासिक दिन बताया ।BSP akali Gathbandhan Punjab election सतीश मिश्रा ने कहा कि, उन्‍होंने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन किया गया है, ये पंजाब की सबसे बड़ी पार्टी है । बसपा सांसद ने जानकारी देते हुए बताया कि, 1996 में बसपा और अकाली दल दोनों ने संयुक्त रूप से लोकसभा चुनाव लड़ा था और 13 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की थी ।

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कृषि कानून पर बीजेपी से अलग हुई थी अकाली
आपको बता दें अगले साल कई अन्य राज्यों के साथ पंजाब में भी विधानसभा BSP akali Gathbandhan Punjab electionचुनाव होने हैं । पिछले साल 3 केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर अकाली दल ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था, दल एनडीए से भी अलग हो गया था । इस बड़े बिखराव के बाद राज्य में यह नया चुनावी समीकरण है । आपको बता दें बीएसपी और एसएडी के बीच गठबंधन की घोषणा करने के लिए बसपा के महासचिव सतीश मिश्रा पहले ही ही चंडीगढ़ में थे, पिछले कुछ दिनों से इस गठबंधन की सुगबुगाहट तेज थी ।

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दलित वोट बैंक
दरअसल, पंजाब में करीब 33% दलित वोट हैं । आने वाले चुना में अहम माने जा रहे दलित वोट बैंक पर अकाली दल की भी नजर है, अकाली दल अब बीएसपी के सहारे इस दलित वोट बैंक को हासिल कर एक बार फिरBSP akali Gathbandhan Punjab election से सत्ता में आने की कोशिशों में जुटी है । अकाली दल, पहले ही दलित वोट बैंक को लुभाने की कोशिश शुरू कर चुकी है । पार्टी की ओर पहले ही ऐलान कर दिया है कि अगर प्रदेश में अकाली दल की सरकार बनती है तो उपमुख्यमंत्री दलित वर्ग से बनाया जाएगा । आपको बता दें बहुजन समाज पार्टी पंजाब में पिछले 25 सालों से विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव लड़ती रही है, लेकिन उसे राज्य में कभी बड़ी जीत हासिल नहीं हुई । लेकिन ये स्‍पष्‍ट रहा है कि वह दलित वोट बैंक को प्रभावित करने में कारगर साबित होती है । यही साधने की कोशिश में अकाली दल ने बसपा से गठबंधन किया है ।

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