महाराष्ट्र में फिर बीजेपी-शिवसेना सरकार! मंत्री के बयान ने गरमाई सियासत, टेंशन में कांग्रेस
क्या महाराष्ट्र में बड़ी उथल-पुथल होने वाली हैं, क्या एक बार फिर बीजेपी-शिवसेना साथ आने वाले हैं, नई सरकार की सुगबुगाहट ने सियासत का पारा गरमा दिया है ।
New Delhi, Jun 12: महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के फिर से करीब आने की अटकलों के बीच एक बयान ने राज्य में सियासत का पारा गरमा दिया है । गणबंधन सरकार में कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है । दरअसल, हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, इसके बाद से ही दोनों पूर्व सहयोगियों के नजदीक आने की अटकलें शुरू हो गई हैं । अब शीर्ष नेता के बयान से सुगबुगाहट तेज हो गई है ।
रामदास अठावले का बयान
ये बयान केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले की ओर से आया है । अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बना सकते हैं, इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री ने इसके लिए एक फॉर्मूला भी सुझाया है । अठावले ने कहा कि भाजपा और शिवसेना सहित दूसरे दलों की ‘महायुति’ यानी कि महागठबंधन सरकार बनाई जा सकती है । इस महायुति में मुख्यमंत्री पद को आधे-आधे कार्यकाल के लिए शिवसेना के साथ बांटा जा सकता है ।
पीएम से भी चर्चा
रामदास अठावले ने ये भी जानकारी दी कि इस मुद्दे पर उन्होंने भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा की है और जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी बैठक की जाएगी । आपको बता दें, हाल ही में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी । मुलाकात के बाद CM ने PM की तारीफ भी की थी, जिस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रामदास आठवले ने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन सरकार बनाने का यही सही वक्त है ।
कांग्रेस की टेंशन बढ़ी
निश्चित तौर पर मंत्री रामदास अठावले के इस बयान से कांग्रेस की परेशानी बढ़नी तय है । महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार में कांग्रेस भी एक हिस्सा है, ऐसे में भाजपा और शिवसेना एक होते हैं तो कांग्रेस की विदाई तय है । देश में पहले से ही कांग्रेस बुरी स्थिति से गुजर रही है, चुनावों में लगातार मिल रही हार एक तरफ और उसके अपने ही नेता उसका साथ छोड़कर जा रहे हैं । पिछले दिनों ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद भी हाथ का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए, इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कांग्रेस से किनारा कर चुके हैं ।