बड़ी टूट की कगार पर बसपा, मायावती को अखिलेश यादव फिर देंगे झटका
अटकलों का बाजार गर्म है, यूपी की सियासत में हलचल मची हुई है, बसपा पूरी तरह से टूटने की कगार पर है, चर्चा ये भी है कि सभी बागी विधायक जल्द ही सपा का दामन थाम कर अगला चुनाव लड़ेंगे।
New Delhi, Jun 16 : यूपी की सियासत में एक बार फिर से दिलचस्प मोड़ आने शुरु हो गये हैं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बसपा के सभी विधायकों से मुलाकात कर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर घंटों बातचीत की है। सूत्रों का दावा है कि बागी विधायकों को सपा निरंतर सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही, बहुत जल्द सपा सुप्रीम अखिलेश यादव सभी बागी विधायकों को अपने पार्टी में शामिल करा सकते हैं।
सेंधमारी की कोशिश
अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव के लिये पहले बसपा के खेमे में सेंधमारी की कोशिश की थी, उस दौरान बसपा के सात विधायकों को पार्टी ने निष्कासित कर दिया था, हाल ही में बसपा ने अपने कुछ विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
टूट की कगार पर बसपा
अटकलों का बाजार गर्म है, यूपी की सियासत में हलचल मची हुई है, बसपा पूरी तरह से टूटने की कगार पर है, चर्चा ये भी है कि सभी बागी विधायक जल्द ही सपा का दामन थाम कर अगला चुनाव लड़ेंगे, वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का कहना है कि सभी बागी विधायकों के आने से समाजवादी पार्टी को बहुत बड़ा बल मिलेगा, और सब के सहयोग से मिशन 2022 पूरा करेंगे, तब जाकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।
बसपा में बगावत
राज्यसभा चुनाव के दौरान पिछले साल बसपा में बड़ा तूफान आया था, बसपा से बगावत कर 7 विधायक अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे, उस दौरान श्रावस्ती विधायक असलम राईनी ने बड़ी भूमिका निभाई थी, सभी 7 विधायकों के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात भी की थी, तब मायावती ने पलटवार किया था, राज्यसभा चुनाव में बगावत करने वाले 7 विधायकों को बसपा सुप्रीमो ने निलंबित कर दिया था।
निलंबित किये गये बागी विधायकों के नाम
असलम राइनी (भिनगा- श्रावस्ती)
मुजतबा सिद्दकी (प्रतापपुर- इलाहाबाद)
हाकिम लाल बिंद (हांडिया- प्रयागराज)
हरगोविंद भार्गव (सिधौली- सीतापुर)
असलम अली चौधरी (ढोलाना – हापुड़)
सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर)