चिराग पासवान का बड़ा दावा, बीजेपी से चर्चा के बाद बिहार चुनाव में रखा था नीतीश विरोधी स्टैंड
इंटरव्यू में चिराग पासवान ने बताया कि बीजेपी नेताओं के बैठक में उन्होने साफ कहा था कि अगर आने वाली सरकार में उनके एजेंडे को अहमियत नहीं दी जाएगी, तो उनका ऐसे गठबंधन में रहने का क्या फायदा।
New Delhi, Jun 23 : लोजपा में विरासत को लेकर चाचा और भतीजा के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही है, जहां चिराग पासवान लगातार पिता की पार्टी पर पहला हक जता रहे हैं, तो वहीं उनके चाचा पशुपति पारस ने पार्टी के 5 सांसदों को अपने पक्ष में कर लोजपा पर दावा ठोंका है, इस बीच चिराग ने ये खुलासा किया है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर लड़ने का फैसला बीजेपी के साथ चर्चा के बाद लिया था, जबकि उस समय भी उनकी पार्टी में इस फैसले को लेकर आंतरिक मतभेद जारी थे।
पार्टी में दरार की शुरुआत
बताया जा रहा है कि लोजपा का जदयू के खिलाफ अलग होकर चुनाव लड़ना बागी नेताओं को पसंद नहीं था, यहां तक कि पशुपति पारस ने इसे खराब फैसला कहा था, माना जाता है कि यहीं से पार्टी में दरार पड़ने की शुरुआत हो गई थी। हालांकि अपने अकेले चुनाव लड़ने के फैसला का बचाव करते हुए चिराग ने कहा कि फैसले को लेकर बीजेपी को सारी जानकारी दी थी, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष को बैठक के दौरान कहा था कि सिर्फ 15 सीटों के साथ बिहार चुनाव में लोजपा का उतरना संभव नहीं है।
बीजेपी नेताओं ने वोटकटवा तक कहा
इंटरव्यू में चिराग पासवान ने बताया कि बीजेपी नेताओं के बैठक में उन्होने साफ कहा था कि अगर आने वाली सरकार में उनके एजेंडे को अहमियत नहीं दी जाएगी, तो उनका ऐसे गठबंधन में रहने का क्या फायदा, चिराग ने कहा कि उनका गठबंधन 2014 से ही बीजेपी के साथ था, तब जदयू दृश्य में भी नहीं थी, इसलिये हमने फैसला किया, कि हम विधानसभा चुनाव में 6 सीटों को छोड़कर बीजेपी के खिलाफ नहीं लड़ेंगे। चुनाव से पहले बीजेपी के साथ मीटिंग के दौरान ये कहा गया था कि चुनाव के दौरान या इसके बाद दोनों पक्षों में कोई कड़वाहट नहीं रहेगी, मैंने उनसे कहा था मेरा भरोसा पीएम मोदी पर है, नीतीश कुमार पर नहीं, मैं आपके बारे में कुछ नहीं कहूंगा, और आपकी तरफ से भी ऐसी ही उम्मीद करता हूं, लेकिन चुनाव के दौरान मैंने वोटकटवा से लेकर अलग-अलग शब्द सुने, इससे मुझे काफी कष्ट हुआ।
बीजेपी पर निशाना
जमुई सांसद ने लोजपा में चल रही उठा-पटक के बीच मदद ना करने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है, उन्होने कहा कि बीजेपी के साथ उनके संबंध एकतरफा नहीं हो सकते, जरुरत के समय भगवा दल उनके साथ नहीं रहा, चिराग ने कहा कि अगर भविष्य में उन्हें घेरने की कोशिश होती है, तो वो अपने राजनीतिक कदमों को लेकर सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे।