पहली पत्नी से तलाक लिये बिना राज बब्बर ने स्मिता पाटिल से की थी शादी, बेटे ने हटा दिया था सरनेम

राज बब्बर उन शख्सियतों में हैं, जिन्होने अपनी युवावस्था में ही समाज के बंधनों को दरकिनार कर स्मिता पाटिल के साथ लिव इन में रहने का साहस दिखाया, तब इस बात के लिये राज की दबी जुबान में आलोचना भी हुई।

New Delhi, Jun 23 : बॉलीवुड एक्टर और राजनेता राज बब्बर आज 69 साल के हो गये हैं, 23 जून 1952 को यूपी के टुंडला में पैदा हुए राज बब्बर ने 1975 में एनएसडी से एक्टिंग का कोर्स किया, फिर फिल्मों में आ गये, एक इंटरव्यू के दौरान राज बब्बर ने बताया था कि एक्टिंग का शौक उन्हें बचपन से ही था, वो अकसर स्टेज शो में परफॉर्म करते थे, हालांकि राज अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ की वजह से भी सुर्खियों में रही।

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लिव इन में रहे
राज बब्बर उन शख्सियतों में हैं, जिन्होने अपनी युवावस्था में ही समाज के बंधनों को दरकिनार कर स्मिता पाटिल के साथ लिव इन में रहने का साहस दिखाया, तब इस बात के लिये राज की दबी जुबान में आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होने कभी इसकी परवाह नहीं की, बाद में राज ने स्मिता से शादी भी कर ली थी। कभी स्मिता पाटिल से अपने अफेयर की वजह से सुर्खियों में रहने वाले राज ने दो शादियां की है, उनकी पहली पत्नी का नाम नादिरा जहीर है, नादिर से राज के दो बच्चे हैं, आर्य बब्बर और जूही बब्बर, राज ने दूसरी शादी स्मिता पाटिल से की, हालांकि जल्द ही उनका साथ छूट गया। अपने पहले बच्चे प्रतीक बब्बर को जन्म देने के कुछ ही घंटे बाद स्मिता 13 दिसंबर 1986 को 31 साल की उम्र में इस दुनिया से चल सकी, आपको बता दें कि हिंदू धर्म के मुताबिक पत्नी के होते हुए दूसरी शादी नहीं की जा सकती, लेकिन राज ने पहली पत्नी नादिरा को तलाक दिये बिना स्मिता पाटिल से शादी की थी।

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पिता से नाराजगी
स्मिता पाटिल की मौत के बाद बेटे प्रतीक की राज बब्बर से इतनी नाराजगी बढ गई थी कि उन्होने चिढ की वजह से अपने नाम से बब्बर सरनेम हटा दिया था, प्रतीक ने एक इंटरव्यू में बब्बर सरनेम हटाने पर बात करते हुए कहा था कि मैंने अपने पैरेंट्स को लेकर कई कहानियां सुनी, जो दिमाग में घर कर गई, पिता से मेरी रिश्ता अजीब सा था। प्रतीक के अनुसार मैं सिर्फ अपनी मां का बेटा बनना चाहता था, हालांकि अब सब ठीक हो गया है, मैं उनके काफी करीब हूं, नादिरा बब्बरप और सौतेले भाई-बहन से भी रिश्ते अच्छे हैं, कुछ सालों के बाद प्रतीक की पापा से नाराजगी खत्म हो गई, वो वापस से अपना पूरा नाम प्रतीक बब्बर लिखने लगे हैं।

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इंसाफ का तराजू
राज बब्बर को बॉलीवुड में पहला ब्रेक एनएसडी से ग्रेजुएट होते ही मिल गया था, उनकी पहली फिल्म 1980 में सौ दिन सास के थी, इस फिल्म में उनके साथ रीना राय थी, राज बब्बर को पहचान 1980 में रिलीज फिल्म इंसाफ का तराजू से मिली,  इस फिल्म में उन्होने एक रेपिस्ट की भूमिका निभाई थी।