दिल्ली से अयोध्या तक इस IAS की शादी की हो रही खूब चर्चा, जानिये क्यों

आईएएस प्रशांत नागर की शादी दिल्ली के बुरारी में रहने वाले रमेश की बेटी डॉ. मनीषा से हुई, इस शादी की खासियत ये रही कि ये पूरी तरह से सादगीपूर्वक संपन्न हुआ।

New Delhi, Jun 25 : आधुनिक युग में जहां शादी-विवाह में शानो-शौकत दिखाने के लिये लोग लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करना अपनी प्रतिष्ठा समझते हैं, वहीं फरीदाबाद जिले के गांव शाहबाद में रहने वाले एक आईएएस अधिकारी ने सिर्फ 101 रुपये का शगुन लेकर शादी किया है, ये शादी दिल्ली-एनसीआर में अब चर्चा का विषय बन गई है, यूपी के अयोध्या में भी इस शादी की चर्चा है, क्योंकि मिसाल कायम करने वाले आईएएस अधिकारी वहां पर बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट तैनात हैं।

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नया संदेश
इससे शादी-विवाह पर जरुरत से ज्यादा खर्च करने के लिये पहचान रखने वाले गुर्जर समाज में एक नया संदेश पहुंचा है, तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव शाहबाद निवासी रणजीत सिंह के बेटे प्रशांत नागर 2019 बैच के यूपी काडर के आईएएस अधिकारी हैं, marraige12 जो कि फिलहाल अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रुप में तैनात हैं।

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बारात में सिर्फ 11 लोग
आईएएस प्रशांत नागर की शादी दिल्ली के बुरारी में रहने वाले रमेश की बेटी डॉ. मनीषा से हुई, इस शादी की खासियत ये रही कि ये पूरी तरह से सादगीपूर्वक संपन्न हुआ, बरात में भी सिर्फ 11 लोग ही शामिल हुए, दिल्ली समेत फरीदाबाद में इस बिना दहेज की शादी को लेकर खूब चर्चाएं हो रही है।

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फिजूलखर्च से बचें
प्रशांत नागर के पिता रणजीत नागर ने कहा कि शादी-विवाह में जो लोग अपनी हैसियत दिखाने के लिये पैसे खर्च करते हैं, उन्हें इससे बचना चाहिये, बल्कि ऐसे रुपयों से वो जरुरतमंद कन्याओं की शादी करवाएं, और पुण्य के भागी बनें, marriage उन्होने कहा कि वो शुरु से ही दहेज के खिलाफ रहे हैं, उनके बेटे प्रशांत ने भी बिना दहेज सादगीपूर्वक शादी करने का संकल्प लिया था, जो उसने पूरा किया, इस शादी से ना सिर्फ गुर्जर समाज बल्कि समाज के हर वर्ग में भी संदेश जाएगा, कि शादी समारोह में तामझाम और शानो-शौकत से बचें।

गुर्जर समाज के 10 नियम
शादी में 101 रुपये झोली में, जबकि बाकी गुप्त दान होना चाहिये।
अतिशबाजी पर भी रोक रहेगी
चढत के दौरान बैंड बाजे और डीजे नहीं होगा
हलवाई और टेंट आदि पर रोक रहेगी
शादी दिन के समय ही होगी
फोन और एसएमएस से शादी का निमंत्रण दिया जाएगा।
लगन, सगाई और चिट्ठी का आयोजन एक साथ होना चाहिये।
शादी में 100 से ज्यादा बाराती नहीं आएंगे
हथियार प्रदर्शन नहीं होना होगा।
उपहार प्रदर्शन पर रोक रहेगी।