ईरान के परमाणु संयंत्र पर क्या इजरायल ने करवाया हमला ? PM नेफ्ताली ने इशारों में कही बड़ी बात
इजरायल के नए बने पीएम नफ्ताली बेनेट ने बुधवार को ईरान के परमाणु संयंत्र के ऊपर हुए मिसाइल हमले को लेकर इशारों ही इशारों में अपने देश की भूमिका को लेकर बड़ी बात कह दी ।
New Delhi, Jun 26: इजरायल के नए प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट पद संभालते ही पूरी तरह से आक्रामक हो गए हैं । बेनेट ने बुधवार को ईरान के परमाणु संयंत्र के ऊपर हुए मिसाइल हमले में इजरायल की भूमिका की ओर इशारा किया । हालांकि, वो इस हमले में इजरायल का हाथ होने को स्पष्ट तौर पर नहीं स्वीकार पाए, लेकिन उनके बयान बहुत कुछ कह गए। इजरायली वायु सेना के पायलट कोर की ग्रेजुएशन सेरेमनी को संबोधित करते हुए बेनेट ने यहां कहा कि हमारे दुश्मन हमारे बयानों से नहीं बल्कि काम से भी जानते हैं कि हम कितने बहादुर, ताकतवर और शातिर हैं।
कार्रवाई करने में बिलकुल संकोच नहीं
पीएम नेफ्ताली बेनेट ने हेत्जेरिम एयर बेस पर आयोजित इस कार्यक्रम में कहा कि हम जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने में संकोच नहीं करते । बेनेट ने अपने भाषण में 40 साल पहले इराक के परमाणु संयंत्र पर इजरायल के हमले का भी जिक्र किया। आपको बता दें, इजरायल ने इस मिशन को ऑपरेशन ओपेरा नाम दिया था। दुनिया भर में इस ऑपरेशन को ऑपरेशन बेबीलोन के नाम से भी जाना जाता है। 7 जून 1981 को इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने बगदाद से 17 किमी दक्षिण पूर्व में स्थित इराकी परमाणु केंद्र पर अचानक हमला कर इसे ध्वस्त कर दिया था।
बेनेट का दावा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेनेट ने दावा किया कि राज्य के अस्तित्व को लेकर पैदा हुए खतरों का सामना करना इजरायल के सभी प्रधानमंत्रियों की पवित्र जिम्मेदारी रही है। वो बोले- कि तब हमें इराक से खतरा था, आज वही खतरा ईरान से है। बेनेट ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर जरूरी हुआ तो इजरायल अंत में अपना बचाव करेगा। हमारा देश इस मुद्दे पर बाइडन प्रशासन के साथ भी काम करेगा। वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने भी इस समारोह में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में अपनी बात रखी, कहा कि अगर जरूरी हुआ तो हम सैन्य हमला करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने ईरान पर निशाना साधते हुए कहा कि यह देश अपने सैन्य परमाणु कार्यक्रम को पूरा करने के लिए अपने लोगों को वर्षों तक भूखा रखने को तैयार है। दुर्भाग्य से यह एक ऐसा शासन है जिसके साथ आप सौदे नहीं कर सकते।
बुधवार को हुआ था ईरानी कंपनी पर हमला
एक अन्या मीडिया रिपोर्ट के अनुसर, बुधवार को तेहरान के उत्तर-पश्चिम में ईरान सेंट्रीफ्यूज टेक्नोलॉजी कंपनी यानी कि TESA पर जबरदस्त हमला हुआ था। इस कंपनी पर नतांज परमाणु केंद्र पर हुए हमले में क्षतिग्रस्त सेंट्रीफ्यूज को बदलने के लिए उत्पादन बढ़ाने का आरोप लगाया गया है । बताया जा रहा है कि आधुनिक सेंट्रीफ्यूज यूरेनियम को अधिक तेजी से समृद्ध कर सकते हैं, और इसी की मदद से ईरान परमाणु बम बनाने की तैयारी कर रहा था।