Inside Story-चिराग को अपने पाले में लाने के लिये तेजस्वी ने चलाया ब्रह्मास्त्र, बड़े उलटफेर के संकेत

लोजपा के आंतरिक घमासान के बीच अन्य दल भी अपने-अपने तरीके से इसका लाभ उठाने में जुट गये हैं, बिहार में सत्तारुढ जदयू जहां अलग गुट सांसद पशुपति पारस की पीठ पर हाथ फेर रही है, तो राजद चिराग को अपने खेमे में लाने की तैयारी में है।

New Delhi, Jun 27 : लोजपा में दो फाड़ होने के बाद बिहार में सियासी पारा उफान पर है, हर किसी की नजर इसी बात पर है कि आखिर चाचा पशुपति पारस और भतीजे चिराग के बीच जारी घमासान में कौन किस पर भारी पड़ेगा, हालांकि दोनों ही खेमे की ओर से लोजपा का नेतृत्व का दावा किया जा रहा है, इस बीच बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने बड़ा दांव खेला है, राजद ने लोजपा संस्थापक और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की जयंती मनाने का फैसला लिया है। 5 जुलाई को पार्टी के स्थापना दिवस के दिन ही इसे मनाया जाएगा।

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पासवान की जयंती, चिराग का आशीर्वाद यात्रा
ये भी एक संयोग ही है, कि पासवान के बेटे और लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान भी उसी दिन हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करेंगे, जिसका ऐलान उन्होने हाल ही में किया था, उन्होने हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा का फैसला इसलिये लिया, क्योंकि इस सीट से 8 बार रामविलास पासवान सांसद रहे, फिलहाल पशुपति पारस सांसद हैं, चिराग की इस यात्रा को उनके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।

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तेजस्वी का बड़ा दांव
लोजपा के आंतरिक घमासान के बीच अन्य दल भी अपने-अपने तरीके से इसका लाभ उठाने में जुट गये हैं, बिहार में सत्तारुढ जदयू जहां अलग गुट सांसद पशुपति पारस की पीठ पर हाथ फेर रही है, chirag_tejaswi तो राजद चिराग को अपने खेमे में लाने की तैयारी में है, यही वजह है कि दो दिन पहले पटना लौटे तेजस्वी ने चिराग को भाई कहकर संबोधित किया, उन्होने कहा कि चिराग भाई को तय करना है कि वो आगे किसके साथ रहना चाहते हैं, यही नहीं तेजस्वी ने इस दौरान राजद की ओर से लोजपा पर किये गये उपकार की भी याद दिलाई।

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सियासी दांव के पीछे की वजह
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने इस संबंध में शुक्रवार को कहा कि पार्टी दिवंगत नेता रामविलास पासवान को एक अनुभवी समाजवादी नेता होने के नाते श्रद्धांजलि देने के लिये समारोह का आयोजन कर रही है। chirag paswan1 (1) सामाजिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं को श्रद्धांजलि देने की पार्टी में परंपरा रही है, साथ ही गगन ने इसके पीछे किसी भी राजनीतिक मकसद से इंकार किया, लेकिन राजद सूत्रों के अनुसार पार्टी की इस कवायद के पीछे मुख्य वजह लोजपा का वोट बैंक है, जिनका वोट शेयर बिहार में करीब 6 फीसदी है, राजद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोजपा के वोट शेयर में अगर 17 फीसदी अल्पसंख्यक वोटों और 16 फीसदी यादव को जोड़ दिया जाए, तो ये 39 फीसदी हो जाता है, इसी वजह से तेजस्वी लगातार चिराग पर डोरे डाल रहे हैं।