नवजोत सिंह सिद्धू अध्यक्ष बने तो बगावत देखेगी पंजाब कांग्रेस? कैप्टन की बैठक में उठी बड़ी मांग

सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही अपनी बात केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दी है, बताया गया है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये जिन दो नामों का प्रस्ताव अमरिंदर सिंह ने भेजा है।

New Delhi, Jul 02 : पंजाब कांग्रेस में दो बड़े नेताओं के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, वो भी ऐसे तब जब प्रदेश में चुनाव को अब 6 महीने से कुछ ज्यादा समय ही बचा है, इस बीच जहां नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली में गांधी परिवार से मुलाकात कर अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटे हैं, वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपने तरीके से समर्थकों को जुटा रहे हैं, गुरुवार को कैप्टन ने इसी सिलसिले में कुछ हिंगू नेताओं के साथ खाने पर बातचीत की, बताया गया कि इन नेताओं ने पंजाब कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष पद किसी हिंदू को दिये जाने की बात कही, साथ ही सिद्धू को इस पद पर बिठाये जाने की अटकलों के खिलाफ आवाज उठाई।

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बैठक में सिद्धू के खिलाफ आवाद
आपको बता दें कि सिद्धू के दिल्ली में प्रियंका गांधी से मिलने के बाद ये चर्चा उठ रही है कि sidhu captain उन्हें प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद दिया जा सकता है, हालांकि इस पर कोई फैसले होने से पहले ही अमरिंदर सिंह ने ये बैठक कर हाई कमान को संदेश भेजने की कोशिश की, कि वो सिद्धू को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाने के पक्ष में नहीं हैं।

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दो नाम चर्चा में
सूत्रों का दावा है कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही अपनी बात केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दी है, बताया गया है कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये जिन दो नामों का प्रस्ताव अमरिंदर सिंह ने भेजा है, उनमें एक नाम लोकसभा सांसद मनीष तिवारी का है, जबकि दूसरा नाम प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विजय इंदर सिंगला का है, सूत्रों का कहना है कि कैप्टन के साथ बैठक में पार्टी के हिंदू नेताओं ने भी सिद्धू को पंजाब प्रदेश अध्यक्ष ना स्वीकार करने का संकल्प लिया है।

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हिंदूओं को बराबर प्रतिनिधित्व देने की भी मांग
बताया गया है कि बैठक में हिंदू नेताओं ने पंजाब सीएम के सामने कई मुद्दे उठाये, इनमें जाट सिख नेताओं को चुनाव लड़ने के लिये ज्यादा सीटें मिलने के साथ-साथ जमीनी स्तर पर पार्टी की गैरमौजूदगी और विधायकों तथा मंत्रियों का सिर्फ कुछ नेताओं को सुनने का मुद्दा सबसे ऊपर रहा, इसके अलावा कई नेताओं ने सीएम से हिंदूओं और सिखों को बराबर प्रतिनिधित्व देने की मांग उठाते हुए पार्टी अध्यक्ष का पद किसी हिंदू को देने के लिये कहा। चौंकाने वाली बात ये है कि मौजूदा पीपीसीसी अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ जो खुद हिंदू हैं, उन्हें सीएम की इस मीटिंग में न्योता भी नहीं दिया गया, मालवा के एक नेता ने बताया कि लंच के दौरान कई हिंदू नेताओं ने सीएम से कहा कि वो खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।