मोदी कैबिनेट से बाहर हुए बाबुल सुप्रियो, तो TMC को किया फॉलो, नई चर्चा शुरु

बाबुल सुप्रियो के केन्द्रीय मंत्री होते हुए भी बीजेपी ने इस बार बंगाल विधानसभा चुनाव में टॉलीगंज सीट से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन वो विधानसभा चुनाव हार गये थे।

New Delhi, Jul 14 : पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को लेकर चर्चाओं का बाजार अकसर गर्म रहता है, एक तरफ जहां केन्द्रीय कैबिनेट से हटाये जाने को लेकर उनकी चर्चा है, तो वहीं कहा जा रहा है कि वो अब राजनीति से संन्यास ले लेंगे, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि वो टीएमसी के संपर्क में हैं, उन्होने ट्विटर पर मुकुल रॉय और टीएमसी को फॉलो करना भी शुरु कर दिया है।

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सोशल मीडिया पर जाहिर किया था दर्द
आपको बता दें कि मोदी सरकार से इस्तीफा देने के बाद बाबुल सुप्रियो ने फेसबुक पर अपनी भावनाओं का इजहार किया था, गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो ने लिखा था कि जिस तरह से उन्हें इस्तीफा देने को कहा गया, वो ठीक नहीं है, babul supriyo2 उन्होने कहा कि इस्तीफा देने का निर्देश मिला, तो इस्तीफा दे दिया, मालूम हो कि बाबुल के इस्तीफे के बाद टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी गुस्से का इजहार किया था, आपको बता दें कि ममता और बाबुल के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे हैं, लोकसभा चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक उन पर और उनके समर्थकों पर बंगाल में कई बार हमले हुए थे।

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विधानसभा चुनाव में मिली हार
बाबुल सुप्रियो के केन्द्रीय मंत्री होते हुए भी बीजेपी ने इस बार बंगाल विधानसभा चुनाव में टॉलीगंज सीट से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन वो विधानसभा चुनाव हार गये थे, विधानसभा चुनाव में उन्हें भारी मतों से हार का सामना करना पड़ा था।

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बंगाल बीजेपी में भगदड़
बंगाल में विधानसभा चुनाव से बाद से बीजेपी में भगदड़ मची हुई है, कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की भी कई नेताओं ने जमकर आलोचना की है, पार्टी के कई नेता केन्द्र में मंत्री नहीं बनाये जाने को लेकर भी नाराज हैं, dilip-ghosh1 दिलीप घोष ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर असर पड़ता है, मैंने उन्हें विभिन्न बयानों से अवगत कराया, जो सार्वजनिक रुप से दिये गये, किस तरह उन्होने बिना सोचे-समझे बयान दिये, ये बयान पार्टी के अंदर दिये जाने चाहिये थे, ना कि सार्वजनिक रुप से।