बदरीनाथ धाम में नमाज पढने का पूरा सच, चमोली पुलिस ने बताई एक-एक बात

पुलिस के मुताबिक इस मामले में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही है, लोग बिना पुष्टि किये गलत जानकारियां शेयर कर रहे हैं, जो गलत है।

New Delhi, Jul 23 : बदरीनाथ धाम में मुस्लिम मजदूरों द्वारा बकरीद के दिन कथित रुप से नमाज पढे जाने के मामले में चमोली पुलिस ने पूरी बात बताई है, पुलिस ने बदरीनाथ धाम में नमाज पढे जाने की खबरों को गलत, बेबुनियाद और भ्रामक कहा है। चमोली एसपी यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि बदरीनाथ में एक पार्किंग बन रही थी, जो मंदिर से एक किमी पहले है, इस पार्किंग के निर्माण का काम नरेन्द्र पंवार नाम के ठेकेदार करवा रहे हैं, इस ठेकेदार ने काम करने के लिये मुस्लिम मजदूरों को बुलाया था।

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मंदिर से 1 किमी दूर बंद कमरे में पढी नमाज
पुलिस के मुताबिक से 15 मजदूरों ने 21 जुलाई को 7 बजे सुबह बंद कमरे में बिना लाउडस्पीकर के और मौलवी की अनुपस्थिति में नमाज पढी, लेकिन इस दौरान किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया गया। Muslim हालांकि उन्होने ये भी कहा कि नमाज पढे जाने को लेकर कोई प्रमाण नहीं है, ना ही कोई तस्वीर है, एसपी यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि ये मजदूर किसी निर्माणाधीन पार्किंग में रहते हैं।

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भ्रामक खबर बिल्कुल पोस्ट ना करें
पुलिस के मुताबिक इस मामले में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही है, लोग बिना पुष्टि किये गलत जानकारियां शेयर कर रहे हैं, जो गलत है, उन्होने कहा कि चमोली पुलिस का लोगों से निवेदन है कि कृपया बिना तथ्यों की पुष्टि किये किसी भी भ्रामक खबर को साझा ना करें। पुलिस के मुताबिक चूंकि स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, इसलिये पुलिस ने इस मामले में डीएम एक्ट में मुकदमा भी लिख दिया है, इसकी विवेचना जारी है, अगर कुछ सबूत सामने आते हैं, तो मामले में कार्रवाई की जाएगी।

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मास्टरप्लान का काम
मालूम हो कि बदरीनाथ धाम में इन दिनों मास्टरप्लान का काम तेजी से चल रहा है, यहां सैकड़ों मजदूर प्रशासन की अनुमति के बाद काम करने के लिये आये हैं, आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के मजदूरों ने बकरीद के दिन तथाकथित रुप से नमाज पढी है, इस विवाद से जुड़ा पोस्ट और इसकी जानकारी देने वाला वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई थी, इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी।