मुझे भी BJP का टिकट दिलाओ नहीं तो सबको बता दूंगा, जब बाबुल सुप्रियो ने रामदेव से कही थी ऐसी बात

बाबुल सुप्रियो योगगुरु स्वामी रामदेव को अपना राजनीतिक गुरु बताते हैं, दोनों के पहली मुलाकात 2014 लोकसभा चुनाव से पहले एक फ्लाइट में हुई थी।

New Delhi, Aug 01 : पूर्व केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है, इसके साथ ही राजनीति से संन्यास का ऐलान भी कर दिया है, बाबुल राजनीति में आने से पहले फिल्मों में गाना गाया करते थे, उन्हें योगगुरु बाबा रामदेव राजनीति में लेकर आये थे, आइये आपको पूरा मामला बताते हैं कि कैसे वो राजनीति में आये।

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राजनीतिक गुरु
बाबुल सुप्रियो योगगुरु स्वामी रामदेव को अपना राजनीतिक गुरु बताते हैं, दोनों के पहली मुलाकात 2014 लोकसभा चुनाव से पहले एक फ्लाइट में हुई थी, बाबुल के अनुसार रामदेव किसी से फोन पर बात कर रहे थे, लोकसभा चुनाव के लिये उन्हें टिकट दिलाने की बात कर रहे थे।

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मजाक में कहा
बाबा रामदेव की बात सुनकर बाबुल सुप्रियो ने उन्हें मजाक में कहा, बाबा मुझे भी टिकट चाहिये, अगर मुझे नहीं टिकट दिलवाएंगे, तो मैं मीडिया को बता दूंगा, कि आप लोगों को कैसे टिकट बांटते हैं, Babul-Supriyo रामदेव थोड़े चौंके, लेकिन उन्होने अपने सेक्रेटरी को बुलाकर बाबुल का नंबर लेने को कहा।

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फोन आया
बाबुल के अनुसार कुछ दिन बाद उन्हें राकेश नाम के एक शख्स का फोन आया, जो खुद को आरएसएस प्रचारक बता रहा था, उन्होने बाबुल से कहा बाबा ने हमें आपके बारे में बताया, आप चुनाव में कितना खर्च कर सकते हैं, लिमिट तो 70 लाख है, लेकिन कुछ लोग इससे ज्यादा खर्च करते हैं, बाबुल ने कहा वो धन खर्च नहीं कर पाएंगे, इसलिये चुनाव लड़ना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें मोदी पसंद है, बाबुल के अनुसार 3 दिन बाद उन्हें रामदेव का फोन आया, उन्होने बताया कि उनका टिकट फाइनल हो गया है, जब बाबुल ने उनसे कहा कि वो जरुरी खर्च नहीं कर पाएंगे, तो बाबा रामदेव ने हंसते हुए कहा उसकी चिंता भाजपा कर लेगी। 7 मार्च को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने बाबुल सुप्रियो को फोन किया, और पूछा कि उन्हें आसनसोल से लड़ने में कोई परेशानी तो नहीं है, इस पर उन्होने पूछा आसनसोल ही क्यों, जवाब मिला कि आसनसोल हिंदी बेल्ट है, आप हिंदी अच्छी बोलते हैं, सिन्हा ने कहा कि अगर मेहनत करेंगे, तो सीट निकल जाएगी। इस तरह बाबा रामदेव की वजह से बाबुल सुप्रियो को आसनसोल से लोकसभा का टिकट मिला, वो पहली बार सांसद बने, फिर 2019 में दोबारा इसी सीट से चुनाव जीते।