सावधान! कहीं नहीं गया कोरोना, अक्‍टूबर में होगा खतरनाक कमबैक, बच्‍चों पर खतरा सबसे ज्‍यादा

गृह मंत्रालय के पैनल की ओर से चेतावनी दी गई है कि कोरोना को लेकर लारवाही ना की जाए । मामले अक्टूबर में सबसे ज्‍यादा हो सकते हैं और बच्‍चे इस बार खतरे में आ सकते हैं ।

New Delhi, Aug 23: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को रिपेार्ट सौंपी गई है । रिपोर्ट में कमेटी की ओर से बच्चों के लिए मेडिकल सुविधाओं, आईसीयू, कोरोना वार्ड, प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन, एंबुलेंस का इंतजाम करने की सलाह दी गई है। माना जा रहा है कि अक्टूबर में आने वाली तीसरी लहर में सबसे ज्यादा संक्रमण बच्चों को ही होने वाला है ।

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पीक पर होगा कोरोना
कमेटी की ओर से आशंका जाहिर की गई है कि अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर corona अपने पीक पर होगी । कमेटी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को बच्चों और युवाओं के लिए मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम करने की सलाह भी दी है। विशेषज्ञों की ये कमेटी ऐसा मानती है कि ये तीसरी लहर बच्चों व युवाओं के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।  रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बच्चों और युवाओं के लिए बेस्‍ट मेडिकल फेसिलिटी तैयार करने की सलाह दी गई है ।

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प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण
गृह मंत्रालय की ओर से यह रिपोर्ट तब जारी की गई जब बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू होने वाला है। रिपेार्ट में कहा गया है कि बच्चों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर करना होगा। कमेटी ने कोविड वार्ड के लिए फिर से सलाह दी है कि इन्‍हें इस आधार पर तैयार करें जिससे बच्चों के तीमारदारों को भी साथ रहने की अनुमति मिल सके।  नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट की रिपेार्ट के मुताबिक सितंबर के आखिर तक तीसरी लहर अपना असर दिखाना शुरू कर देगी।

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हर दिन 5 लाख केस
रिपोर्अ में संभावना जताई गई है कि अक्‍टूबर में देश में हर दिन पांच लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं। करीब दो महीने तक देश को फिर से इस महामारी की मार झेलनी पड़ सकती है। आपको बता दें देश के केरल, बंगलूरू, असम में तीसरी लहर का कहर शुरू हो गया है, यहां पिछले दो से तीन सप्ताह से बच्चों के संक्रमित होने की दर ज्यादा है। विशेषज्ञों का कहना है कि केरल में ओणम के बाद कोरोना संक्रमण और भी ज्यादा बढ़ सकता है। वहीं डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले भी देश में बढ़ते जा रहे हैं।

आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट
इस डर से अलग आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट कुछ ओर ही कहती है । यहां के विशेषज्ञों ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को न के बराबर बताया है। वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने गणितीय ‘मॉडल सूत्र’ के आधार पर नया अध्‍ययन जारी किया है, जिसके अनुसार अक्‍टूबर के महीने तक उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में केसों की संख्या इकाई अंक तक पहुंच जाएगी। उनके मुताबिक वैक्सीनेशन ने इसका खतरा और कम कर दिया है। इससे संक्रमण लगातार कम होगा।