जब यूपी के सीएम थे कल्याण सिंह, जानें तब क्या कर रहे थे मोदी, शाह और जे पी नड्डा

एक दौर था जब यूपी में कल्याण सिंह का राज था, उस दौर में बीजेपी के आज के बड़े नेता कहां थे आइए आगे जानते हैं ।

New Delhi, Aug 23: भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह का शनिवार रात निधन हो गया, वो 89 साल के थे । उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री कल्याण सिंह भारतीय राजनीति में हमेशा एक बड़े और ताकतवर नेता के तौर पर याद किए जाते रहेंगे । बीजेपी का राम मंदिर आंदोलन हो या फिर यूपी में पहली बार बीजेपी की सरकार बनाने में उनका योगदान । कल्‍याण सिंह देश के सबसे बड़े राज्य के दो बार सीएम भी रहे हैं । 90 के दौर में उन्होंने दो बार यूपी की सत्ता संभाली और मंदिर आंदोलन को धार भी दी ।

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नरेंद्र मोदी
90 के दौर में नरेंद्र मोदी का नाम बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शुमार हो गया था । वो तब पार्टी के लिए प्रचार किया करते थे, चुनावी रणनीति बनाते थे । जब कल्याण सिंह पहली बार 24 जून 1991 को यूपी के सीएम बने, उस समय नरेंद्र मोदी बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ काम किया करते थे । 1990 की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा में लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा नरेंद्र मोदी को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । इसके दो साल बाद 26 जनवरी 1992 से नरेंद्र मोदी ने अपने मिशन कश्मीर पर काम करना शुरू किया । वे तब बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा का हिस्सा बने, दोनों श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने पहुंचे थे । नरेन्‍द्र मोदी को 1995 में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी बनाया गया । उस समय वे गुजरात की राजनीति का बड़ा चेहरा बन गए थे । इसके बाद पार्टी में कुछ ऐसी कलह हुई कि मोदी 1995 से 2001 तक गुजरात से बाहर ही रहे । लेकिन इसके बाद वो मुख्‍यमंत्री बने और 2014 तक राज्‍य की कमान संभाली ।

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अमित शाह
नरेंद्र मोदी और अमित शाह की करीबी बड़ी पुरानी है । वो बीजेपी के चाणक्य भी कहलाते हैं । शाह, चुनावी रणनीतियां बनाने में ही नहीं माहिर हैं बल्कि पार्टी के प्रचार-प्रसार को भी प्रभावी ढंग से संभालते आए हैं । 1991 में जब कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए तब शाह यूपी से 1399 किलोमीटर दूर गुजरात में लाल कृष्ण आडवाणी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे । 1996 में शाह ने अटल बिहारी वाजपेयी के लिए भी यही काम किया । चुनाव प्रचार करते हुए ही अमित शाह खुद एभी एक लोकप्रिय नेता बन गए । उन्होंने अपना पहला चुनाव साल 1997 में लड़ा । इसके बाद से शाह लगातार चार बार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे । साल 1999 में अमित शाह को एक और बड़ी जिम्मेदारी तब मिली जब वे अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक के प्रेसिडेंट बने ।

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जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राजनीति में लंबा सफर तय कर यहां पहुंचे हैं । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपनी राजनीति शुरू करने वाले नड्डा को साल 1991 में पहली बड़ी जिम्मेदारी मिली थी । तब वे भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे । इसके दो साल बाद 1993 में जेपी नड्डा ने पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा, हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और वे जीत दर्ज की । उन्हें तब नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया गया था । नड्डा ने 1993 के बाद 98 के चुनाव में भी जीत हासिल की । तब बीजेपी के प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री बनाए गए थे, नड्डा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए । नड्डा लो प्रोफाइल रहना पसंद करते थे, वे कभी ज्यादा सुर्खियों में नहीं रहे ।