अफगानिस्तान में 20 साल लंबे युद्ध का अंत, अमेरिकी सेना की आखिरी टुकड़ी भी लौटी
ब्लिंकन ने कहा अफगानिस्तान के साथ अमेरिका के जुड़ाव का एक नया अध्याय शुरु हो गया है, इसमें हम अपनी कूटनीति के साथ नेतृत्व करेंगे।
New Delhi, Aug 31 : तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान से अमेरिका 20 साल बाद पूरी तरह से वापस लौट चुका है, तय समय सीमा से पहले अफगान में अमेरिकी सैनिक सी-17 विमान से हमवतन लौट गये, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि अफगानिस्तान में अमेरिका की 20 साल से जारी सैन्य मौजूदगी खत्म हो चुकी है, राष्ट्रपति ने ये घोषणा अमेरिका के सभी सैनिकों के वापस निकलने के कुछ घंटे बाद की। उन्होने कहा कि अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य मौजूदगी खत्म हो गई है, बाइडेन ने अफगानिस्तान से निकलने के लिये सशस्त्र बलों को धन्यवाद दिया, उन्होने कहा कि वो मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
वापसी की घोषणा
उधर काबुल में अमेरिकी जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने पूरी तरह से वापसी की घोषणा की, उन्होने पेंटागन को एक ब्रीफिंग में बताया कि अफगानिस्तान में मुख्य अमेरिकी राजनयिक रॉस विल्सन आखिरी उड़ान पर थे, तालिबान के कब्जे के बाद वॉशिंगटन और उसके नाटो सहयोगियों को जल्दबाजी में बाहर निकलने के लिये मजबूर होना पड़ा, वो अपने पीछे हजारों अफगानों को छोड़ गये हैं, जिन्होने पश्चिमी देशों की मदद की, अब शायद उन्हें वहां से निकलने की जरुरत हो, मैकेंजी ने कहा कि अंतिम उड़ानों में कई अमेरिकी सवार नहीं हो पाये, क्योंकि वो समय से एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच सके।
100 से ज्यादा अमेरिकी अभी भी अफगानिस्तान में
आपको बता दें कि तालिबान के नियंत्रण पाने के एक दिन पहले 14 अगस्त से अब तक 1,22,000 से ज्यादा लोगों को काबुल से बाहर निकाला गया है, अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को निलंबित कर दिया है, कतर से राजनयिक काम करेगा, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को कहा, काबुल में अमेरिकी दूतावास खाली रहेगा, अफगानिस्तान में तैनात राजनयिक कतर से काम करेंगे।
नया अध्याय
ब्लिंकन ने कहा अफगानिस्तान के साथ अमेरिका के जुड़ाव का एक नया अध्याय शुरु हो गया है, इसमें हम अपनी कूटनीति के साथ नेतृत्व करेंगे, साथ ही उन्होने कहा कि करीब 100 से ज्यादा अमेरिकी अभी भी अफगानिस्तान में हैं, जो यहां से निकलना चाहते थे, हम उनकी सही संख्या पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, 6 हजार से ज्यादा अमेरिकियों को निकाला गया है।