टाइम्‍स ऑफ इंडिया पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, जमकर ट्रोलिंग, ट्रेंड में #ShameonTOI

सोशल मीडिया पर आज #Shameontoi ट्रेंड हो रहा है । ट्विटर पर यूजर्स इस हैशटैग का इस्‍तेमाल जमकर कर रहे हैं । जानें क्‍या है वजह ।

New Delhi, Sep 08: सोशल मीडिया पर टाइमस ऑफ इंडिया को जमकर ट्रोल किया जा रहा है । टिवटर पर #Shameontoi ट्रेंड कर रहा है । बुधवार को इस हैशटैग से हजारों लोग ट्वीट कर टाइम्‍स ऑफ इंडिया को लेकर सवाल पूछ रहे हैं । समाचार कंपनी पर लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा है । दरअसल जिस मामले को लेकर विवाद उपजा है वो 2018 का है । किसी पाठक की नजर इस आर्टिकल पर अब पड़ी और उसने सवाल पूछते हुए कॉल रिकॉर्ड कर ली है । ये खबर जंगल में आग की तरह फैल गई है ।

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क्‍या है मामला ?
सोशल मीडिया पर #Shameontoi ट्रेंड कर रहा है, साथ ही वो ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रही है । पहले आपको पूरा मामला बताते हैं, दरअसल ये एक खबर के विरोध में हो रहा है । जो कि टाइम्‍स ऑफ इंडिया में आई थी । घटना 2018 की है, जहां एक गॉडमैन को अप्राकृतिक संबंध बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था । इस खबर में आरोपी मुस्लिम समुदाय का था, लेकिन खबर की तस्‍वीर में सांकेतिक रूप से साधु के चित्र को दर्शाया गया था । एक पाठक की नजर इस खबर पर पड़ी और उसने सीधे कंपनी के दफ्तर में कॉल लगाकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई ।

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ऑडियो में क्‍या है ?
वायरल हो रहा ऑडियो नागपुर से अभिनव नाम के शख्‍स का है । जिसमें वो टीओआई के दफ्तर में कॉल करके सवाल कर रहा है, पूछता है कि आपके डिजिटल पोर्टल पर एक खबर आई है, जिसमें कोई गॉडमैन आप्रकृतिक संबंध बनाने के मामले में गिरफ्तार हुआ है । अभिनव सवाल पूछते हैं कि जब आरोपी मुस्लिम धर्म से है तो सांकेतिक तस्‍वीर साधु की क्‍यों दी गई गई । अभिनव अपने इस सवाल का जवाब मांग रहे हैं । वहीं कंपनी से जिस शख्‍स ने फोन उठाया वो टालमटोल कर कॉल्‍ काटने के मूड में नजर आ रहा है ।

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बीजेपी ने भी शेयर किया वीडियो
इस खबर को बीजेपी पंजाब के सोशल मीडिया हेड वरुण पुरी ने भी ट्वीट किया है । पुरी लिखते हैं-  @टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा फैलाया गया हिंदूफोबिक एजेंडा अब उजागर हो रहा है । मीडिया की भूमिका समाज को सही रास्ता दिखाने की है न कि नकली नफरत फैलाने वाले प्रचार करके अपनी जेब भरने की। #ShameOnTOI निर्दोष हिंदुओं और उनकी धार्मिक भावनाओं को निशाना बनाने के लिए। कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।