पाकिस्तान में इस हिंदू लड़की ने रचा इतिहास, उपलब्धि सुन आप भी गर्व करने लगेंगे
पाकिस्तान में रहने वालीं 27 साल की एक हिंदू बेटी ने कमाल कर दिया है । इस बेटी की उपलब्धि की चर्चा भारत में भी हो रही है ।
New Delhi, Sep 21: डॉक्टर सना रामचंद गुलवानी, पाकिस्तान में रहने वाली इस हिंदू बेटी ने इतिहास रच दिया है। सना ने पाकिस्तान के सबसे मुश्किल एग्जाम माने जाने वाले ‘सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस’ यानी CSS को पहले ही प्रयास में पास कर लिया है । ऐसा पहली बार हो रहा है जब पाकिस्तान में किसी हिंदू ने यह कामयाबी हासिल की है, और वो भी लड़की । सबसे खास बात ये कि उन्होंने पहली ही कोशिश में सफलता प्राप्त कर ली है और अब उनकी नियुक्ति पर भी मुहर लग गई है ।
बहुत मुश्किल होता है ये एग्जाम
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान का यह एग्जाम काफी मुश्किल होता है, इतना कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2% से भी कम कैंडिडेट्स ही इसमें कामयाबी हासिल कर पाए हैं । दरअसल सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस के जरिये पाकिस्तान में प्रशासनिक सेवाओं में नियुक्तियां होती हैं, इसकी तुलना भारत के सिविल सर्विसेस एग्जाम से की जा सकती है ।
माता-पिता डॉक्टर बनाना चाहते थे
सना ने सिंध प्रांत की ग्रामीण सीट से इस परीक्षा में हिस्सा लिया था, यह सीट पाकिस्तान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेस के अंतर्गत आती है । अपनी कामयाबी से बेहद खुश और उत्साहित सना ने कहा- ‘यह मेरा पहला प्रयास था और जो मैं चाहती थी, वो मैंने हासिल कर लिया है’ । सना ने बताया कि उनके पैरेंट्स नहीं चाहते थे कि वो एडमिनिस्ट्रेशन में जाएं । पैरेंट्स का सपना उन्हें मेडिकल फील्ड में देखने का था ।
सपने पूरे किए
सना कहती हैं कि उन्होंने अपने पैरेंट्स और अपना दोनों का सपना पूरा कर लिया है । वो एक डॉक्टर भी हैं और अब एडमिनिस्ट्रेशन का भी हिस्सा बनने जा रही हैं । आपको बता दें सना ने पांच साल पहले शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ मेडिसिन में ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद ही वो सर्जन बनीं । यूरोलॉजी में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद सना सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस की तैयारी में जुट गईं थीं । सना शिकारपुर के सरकारी स्कूल में पढ़ी हैं ।