CA की पढ़ाई छोड़ क्रिकेटर बने वेंकटेश अय्यर, करियर में सौरव गांगुली का बड़ा हाथ

वेंकटेश ने कहा, ‘सच कहूं तो केकेआर पहली फ्रेंचाइजी टीम थी, जिसके लिए मैं खेलना चाहता था, वह भी सौरव गांगुली की वजह से।’

New Delhi, Sep 24: कोलकाता नाइट राइडर्स की आईपीएल में धमाकेदार जीत के बाद एक नाम चर्चा में है, बल्‍लेबाज वेंकटेश अय्यर सुर्खियों में छाए हुए हैं । कह सकते हैं कि केकेआर को अय्यर के रूप में एक स्टार बल्लेबाज मिल गया है। आईपीएल 2021 के दूसरे फेज में केकेआर ने अय्यर को प्लेइंग XI में मौका दिया और इस खिलाड़ी ने भी अपने प्रदर्शन से टीम को बिल्कुल निराश नहीं किया । आरसीबी को धूल चटाने के बाद वेंकटेश ने गुरुवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। वेंकटेश ने 53 रनों की शानदार पारी खेली ।

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गांगुली की वजह से सपना हुआ पूरा
केकेआर की ओर से वेंकटेश अय्यर और राहुल त्रिपाठी ने मिलकर मुंबई इंडियंस को धूल चटा दी । इन दोनों की बातचीत का एक वीडियो आईपीएल की वेबसाइट पर मैच के बाद शेयर किया गया है। venkatesh aiyar (3)जिसमें वेंकटेश कह रहे हैं – ‘सच कहूं तो केकेआर पहली फ्रेंचाइजी टीम थी, जिसके लिए मैं खेलना चाहता था, वह भी सौरव गांगुली की वजह से। वह शुरुआत में इस टीम के कप्तान थे, तो जब मुझे केकेआर टीम में चुना गया, तो यह मेरे लिए सपना सच होने जैसा था। मुझे केकेआर ज्वॉइन करने पर काफी अच्छा स्वागत मिला था।’

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गांगुली का बड़ा फैन
अय्यर ने आगे कहा – ‘मैं दादा का बहुत बड़ा फैन हूं, उनके लाखों फैन्स हैं venkatesh aiyar (2)पूरी दुनिया में और मैं उनमें से एक हूं। मेरे प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने के पीछे उनका बड़ा हाथ रहा है। मैं जब छोटा था, तब दाएं हाथ से बल्लेबाजी किया करता था, लेकिन मैं बिल्कुल दादा की तरह खेलना चाहता था, जैसे वह छक्का लगाते थे, जिस तरह से वह बैटिंग और बॉलिंग करते थे। उनका मेरी लाइफ पर बड़ा प्रभाव रहा है और मैं इसके लिए थैंकफुल हूं।’

इंदौर में जन्‍मे, सीए की पढा़ई छोड़ बने क्रिकेटर
वेंकटेश अय्यर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ है । वो एक साउथ इंडियन परिवार से आते हैं, परिवार ने उन्‍हें पढ़ाई से ज्यादा खेल पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया । वेंकटेश अपने क्रिकेट करियर का क्रेडिट अपनी मां कोvenkatesh aiyar (4) देते हैं, जिन्‍होंने उन्‍हें पढ़ाई में घुसे रहने की जगह बाहर खेलने को कहा । 19 साल की उम्र तक वो क्रिकेट सिर्फ मजे के लिए खेलते थे । असली मजा तो पढ़ाई में ही आता था । सीए बनने का सपना देखते हुए उन्‍होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी के साथ B.com में एडमिशन लिया, साल 2016 में CA का इंटरमीडिएट एग्जाम भी निकाल लिया । लेकिन इस बीच वो मध्य प्रदेश की सीनियर टीम के लिए T20 और 50 ओवर में अपना डेब्यू कर चुके थे । इसके बाद अय्यर ने CA की पढ़ाई छोड़ MBA में एडमिशन ले लिया । लेकिन अब मन क्रिकेट में लगने लगा था । साल 2018 में एक अकाउंटिंग फर्म से जॉब ऑफर हुई लेकिन तब तक अय्यर अपना मन क्रिकेट में करियर के लिए बना चुके थे ।