कौन हैं वो पुलिस वाले, जिन्होने पीट-पीटकर मनीष गुप्ता की ले ली जान, क्या मांग कर रही मीनाक्षी?

वहीं मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर पर तीन पुलिसवालों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है, एसएचओ जगत नारायण सिंह, एसआई अक्षय मिश्रा, एसआई विजय यादव पर केस दर्ज किया गया है।

New Delhi, Sep 30 : कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता केस में जिन 6 पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है, उनके नाम सामने आ चुके हैं, इस मामले में रामगढताल थाने के प्रभारी जगत नारायण सिंह के साथ अक्षय मिश्रा, विजय यादव, राहुल दूबे, कांस्टेबल कमलेश यादव तथा प्रशांत कुमार को सस्पेंड किया गया है।

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नामजद मुकदमा
वहीं मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर पर तीन पुलिसवालों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है, एसएचओ जगत नारायण सिंह, एसआई अक्षय मिश्रा, एसआई विजय यादव पर केस दर्ज किया गया है, बाकी 3 पुलिसवालों को अज्ञात लिखा गया है, अभी तक किसी भी पुलिसवाले की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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पुलिस की बर्बरता की दास्तां
इस बीच मनीष गुप्ता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है, मनीष के शरीर पर 4 गंभीर चोटों के निशान हैं, सिर के बीच में आई 5*4 सेमी की चोट जानलेवा साबित हुई है, दाहिने हाथ की कलाई पर डंडा मारने की निशान है, दाहिने हाथ की बांह पर भी डंडे से पिटाई के निशान हैं, बायीं आंख के ऊपरी परत पर चोट के निशान हैं।

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देर रात अंतिम संस्कार
मनीष के शव का देर रात अंतिम संस्कार किया गया, मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने अपने पति के शव का दाह संस्कार करने की अनुमति दे दी, भारी पुलिस की मौजूदगी में मनीष का अंतिम संस्कार किया गया, अंतिम संस्कार के बाद मीनाक्षी ने अपनी मांग को दोहराते हुए सीएम योगी से मिलने का आश्वासन भी मिला, बुधवार को पूरे दिन कानपुर में बर्रा स्थित उनके घर पर हंगामा चलता रहा, पुलिस कमिश्नर समेत सभी आला अधिकारी मीनाक्षी को समझाने में लगे रहे, मीनाक्षी ने साफ कह दिया था कि पहले सीएम से मिलकर मांगे रखेंगे, फिर बॉडी जाने देंगे, लेकिन रात में परिजन अंतिम संस्कार के लिये राजी हो गये। इस बीच मीनाक्षी ने कहा मेरी कल की मांग के साथ एसआईटी जांच की मांग है, इसे आज सीएम साहब के पास मिलकर रखूंगी, अधिकारियों ने मिलाने का वादा किया है, गोरखपुर में दो अधिकारियों ने हमसे एफआईआर में तीन नाम एडिट करके एफआईआर लिखवाई, वो दबाव बनाते रहे, अपनी पुलिस को बचाने के लिये।