कांग्रेस में जाने की बात पर वरुण गांधी ने कहे सिर्फ तीन शब्द, खत्म हो गया मामला, नई चर्चा शुरु
वरुण गांधी ने लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद एक के बाद एक ट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखकर अपनी नाराजगी जताई थी, पार्टी लाइन से हटकर तथा विरोधाभासी बयान देने के बाद ये चर्चा शुरु हो गई थी, कि वरुण गांधी जल्द ही बीजेपी छोड़ेंगे।
New Delhi, Oct 13 : यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने की बात पर पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने अब बड़ा बयान दिया है, उन्होने पूरे मामले को सिर्फ 3 शब्दों में समेट दिया है, उन्होने तमाम अटकलों और कयासों पर सिर्फ इतना कहा, ये सब अफवाह है।
फोन पर बातचीत
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक फोन पर खास बातचीत के दौरान उन्होने इस मसले पर ज्यादा कुछ नहीं बोला, हालांकि इससे पहले उनके कांग्रेस में जाने की लगातार चर्चा हो रही थी, हालात यहां तक आ गये थे कि प्रयागराज में कांग्रेस नेता ने सोनिया गांधी के साथ वरुण की तस्वीर लगाकर पोस्टर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, उस पर उनका स्वागत किया जा रहा था, पोस्टर पर लिखा था कि कांग्रेस में आपका स्वागत है, साथ ही लिखा था दुख बरे दिन बीते रे भईया, अब सुख आयो रे, पोस्टर जारी करने वाले स्थानीय नेता इरशाद उल्ला हैं।
अपनी ही पार्टी पर निशाना
सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद एक के बाद एक ट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखकर अपनी नाराजगी जताई थी, पार्टी लाइन से हटकर तथा विरोधाभासी बयान देने के बाद ये चर्चा शुरु हो गई थी, कि वरुण गांधी जल्द ही बीजेपी छोड़ेंगे, इसके साथ ही ये भी अफवाह उड़ी कि वो कांग्रेस में जा रहे हैं, लेकिन अब वरुण गांधी ने बयान देकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
इस बात से और मिली हवा
बीजेपी हाईकमान ने भी हाल ही में वरुण गांधी की मां मेनका गांधी को बीजेपी कार्यकारिणी से बाहर कर दिया, जिसके बाद मां-बेटे के कांग्रेस में जाने की अफवाह उड़ी थी, हालांकि मेनका गांधी ने बयान जारी कर इस बात पर विराम लगा दिया था, उन्होने कहा था कि वो लंबे समय से कार्यकारिणी में रही हैं, इन बातों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, बदलाव होना चाहिये, उन्होने कहा था कि नये लोगों को मौका मिलना चाहिये, वो इसकी समर्थक हैं, बीजेपी छोड़ने की बात को उन्होने भी सिरे से नकार दिया था।