पाक की जीत से गदगद इमरान खान ने भारत की जख्मों पर छिड़का नमक, बातचीत के लिये सही समय
आईसीसी विश्वकप में इससे पहले पाक टीम भारत के सामने कभी नहीं जीत पाई थी, लेकिन रविवार को टी-20 विश्वकप के सुपर-12 चरण के मुकाबले में पड़ोसी देश ने टीम इंडिया को 10 विकेट से हरा दिया।
New Delhi, Oct 26 : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ देश की जीत के बाद इस तरह की बातचीत के लिये अच्छा समय नहीं है, मुंबई पर आतंकी हमले के बाद से भारत और पाक के द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बंद हैं, पाक ने 2012 में सीमित ओवरों की सीरीज के लिये भारत का दौरा किया था, लेकिन इसके बाद से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई, अब दोनों टीमों का सामना आईसीसी टूर्नामेंटों और एशिया कप में ही होता है।
पाक ने रचा इतिहास
आईसीसी विश्वकप में इससे पहले पाक टीम भारत के सामने कभी नहीं जीत पाई थी, लेकिन रविवार को टी-20 विश्वकप के सुपर-12 चरण के मुकाबले में पड़ोसी देश ने टीम इंडिया को 10 विकेट से हरा दिया, विश्वकप में भारत की जीत का 12 मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला भी टूट गया, डॉन ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद में पाक-सऊदी निवेश मंच को संबोधित करते हुए कहा, कि भारत-पाक के पास सिर्फ एक ही मुद्दा है कश्मीर मुद्दा, उन्होने इसका सभ्य पड़ोसियों की तरह हल करने का आग्रह किया।
चीन के साथ अच्छे संबंध
पाक को 1992 में अपनी कप्तानी में विश्वकप दिलाने वाले इमरान खान ने कहा, चीन के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन अगर हम किसी तरह भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारते हैं, मुझे पता है कि कल रात क्रिकेट मैच में पाक टीम से हार के बाद भारत के साथ संबंध सुधारने के बारे में बात करने का ये बहुत अच्छा समय नहीं है, उनकी टिप्पणी दुबई में विश्वकप में पहली बार पाक द्वारा भारत को हराने के एक दिन बाद आई है।
वसीम अकरम ने क्या कहा
पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने विश्वकप में भारत के विजयी अभियान पर पाक को रोक लगाते देख काफी खुश हैं, लेकिन वो चाहते हैं कि टीम इस उपलब्धि को भूलकर अपने अभियान पर ध्यान दे, अकरम ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, मैं अपने जीवन में ऐसा होते हुए देखना चाहता था, मैंने ऐसा होते हुए देखा और ये एकतरफा जीत थी। उन्होने खिलाड़ियों से अपील की, कि सिर्फ एक जीत के बाद चीजों को हल्के में ना लें।