दूसरों को खौफनाक मौत देने वाले तालिबान कमांडर को ही आतंकी संगठन ISIS-K ने बम से उड़ा दिया
तालिबान का वो खूंखार कमांडर मारा गया है, जो कभी दूसरों को ऐसी मौत देता था कि उसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए । 2 नवंबर को हुए इस ब्लास्ट में कई मारे गए हैं ।
New Delhi, Nov 03: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सैन्य अस्पताल में हुए बम धमाके में तालिबान का खूंखार कमांडर मुल्ला अहम्दुल्लाह मुखलेस भी मारा गया है । सोशल मीडिया पर उसके मारे जाने के बाद की तस्वीर सामने आई है। मुखलेस तालिबान के उन खूंखार कमांडर में शामिल था, जिसने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। काबुल के सैन्य अस्पताल में 2 नवंबर को हुए इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है।
25 की मौत, कई घायल
2 नवबर को हुए हमले में 25 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। आपको बता दें मिलिट्री हॉस्पिटल के पास हुए इस फिदायीन हमले के बाद तालिबानी लड़ाकों ने 4 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया है । जबकि 2 लोग पकड़े भी गए हैं। न्यूज एजेंसी AFP ने जानकारी देते हुए बताया कि फिदायीन हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है। मुल्ला अहम्दुल्लाह मुखलेस की जारी की गई तस्वीर तब की है, जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया था।
बढ़ गए हैं हमले
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद से देश में इस्लामिक स्टेट के हमले बढ़ गए हैं। तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने जानकारी देते हुए अताया कि काबुल में सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के बाहर आम लोगों को निशाना बनाकर दो ब्लास्ट किए गए, इसके बाद गोलियां भी चलाई गईं। बिलाल करीमी ने बताया कि सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल में 400 बिस्तर हैं। ब्लास्ट हॉस्पिटल के एंट्री गेट पर ही हुए थे। जबकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ISIS-K के कुछ आतंकवादी अस्पताल में भी घुस आए थे और फिर हमला किया।
काबुल का सबस बड़ा मिलिट्री अस्पताल
आपको बता दें सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल अफगानिस्तान का सबसे बड़ा मिलिट्री हॉस्पिटल है। यह काबुल के बीचों बीच स्थित है। ब्लास्ट के बाद बहुत दूर तक धमाके सुनाई दिए थे । हालांकि तालिबान लड़ाकों ने हमलावरों को मौके पर ही घेर लिया था। इनमें से 4 लोग मारे गए, जबकि 2 लोगों को जिंदा पकड़ लिया गया है । ये लोग पूरी तैयारी के साथ हमला करने आए थे। पाकिस्तान समेत कइ्र देशों ने इसकी कड़ी निंदा की है । इससे पहले 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम धमाके में 169 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें 13 अमेरिकी सैनिक भी थे। जबकि 182 से अधिक लोग घायल हुए थे।