संजय दत्त को KISS करने से घबरा रहीं थीं पूजा भट्ट, पापा महेश ने दिए टिप्स, बोलीं- छी वल्गर

फिल्‍म सड़क ने हाल ही में 30 साल पूरे किए है, इस मौके पर कुछ ऐसे राज खुले जो कि चौंकाने वाले हैं । पढ़ें विस्‍तार से ।

New Delhi, Dec 21: महेश भट्ट के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सड़क’ में संजय दत्त और पूजा भट्ट लीड रोल में थे । दोनों की एक्टिंग कमाल की थी, इनके साथ फिल्‍म में सदाशिव अमरापुरकर का दमदार अभिनय भी रूह कंपाने वाला था । फिल्म की कहानी अमेरिकन फिल्म ‘टैक्सी ड्राइवर’ से ली गई थी । इस फिल्‍म की अपार सफल्‍ता के बाद ये फिल्‍म तमिल में अप्पू नाम से बनाई गई । फिल्‍म के गजब के गाने फैंस के दिलों में उतरने वाले थे । इस फिल्‍म को हाल ही में 30 साल पूरे हुए हैं, फिल्‍म का एक दिलचस्‍प किस्‍सा आगे पढ़ें ।

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पापा महेश भट्ट ने दी थीं टिप्‍स
1991 में रिलीज हुई फिल्म सड़क ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफल्‍ता हासिल की थी । बाप-बेटी की जोड़ी इस फिल्‍म में पर्दे के पीछे और आगे काम करती हुई नजर आई थी । पूजा भट्ट और उनके पिता महेश भट्ट के बारे में यूं तो कई तरह के किस्‍से सामने आते रहे हैं, ओपन माइंडेड बाप-बेटी की ये जोड़ी एक दूसरे से हर मुद्दे पर बात करती आई है । हालांकि पूजा ने फिल्‍म को लेकर एक किस्‍सा शेयर किया था और बताया था कि उनमें कुछ ऐसी बातें हुईं जो बाप-बेटी के बीच नहीं होती । काम करते हुए दोनों सिर्फ एक एक्‍टर और डायरेक्‍टर की तरह ही एक दूसरे को ट्रीट करते थे ।

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सिर्फ 18 साल की थीं पूजा भट्ट
वो दौर संजय दत्‍त का था, फैंस ही नहीं फिल्म इंडस्ट्री की तमाम एक्ट्रेस भी उन्हें बेहद पसंद करती थीं । पूजा भट्ट के लिए भी संजय दत्त आइकन थे । ‘सड़क’ फिल्म में वो उनके अपोजिट काम कर रहीं थीं, ऐसे में 18 साल की पूजा बेहद नर्वस थीं । उन्हें लग रहा था कि वो उस शख्स को किस करने जा रही हूं जिसके पोस्टर उनके रूम में लगे हुए हैं । तब पापा महेश भट्ट ने ऐसी टिप्‍स दी थीं, जो उन्‍हें आज तक याद है ।

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वल्‍गर सोचोगी तो वल्‍गर लगेगा
पूजा ने इंटरव्‍यू में बताया था कि महेश ने उन्‍हें तब कहा था कि, ‘फिल्म में एक्टिंग करते समय हमेशा मासूमियत का ख्याल रखना । अगर तुम वल्गर महसूस करोगी तो वल्गर ही लगेगा, इसलिए किसिंग, लव मेकिंग सीन को मासूमियत और ग्रेसफुल तरीके से देना पड़ेगा । क्योंकि सीन में हम जो दिखाना चाहते हैं वह दर्शकों तक पहुंचना जरूरी है । पापा का दिया ये सबक मुझे जिंदगी भर याद रहा।’