मुकेश सहनी किसके मोहरा? सन ऑफ मल्लाह के सहारे BJP से हिसाब चुकता तो नहीं कर रहे नीतीश?

पूरे घटनाक्रम पर नजर डालने के बाद ये सवाल उठना लाजिमी है, कि क्या नीतीश कुमार मुकेश सहनी का नाम आगे कर बीजेपी के साथ राजनीतिक चाल चल रहे हैं।

New Delhi, Mar 21 : बिहार की राजनीति में इस दिनों मुकेश सहनी सबसे हॉट टॉपिक है, विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं, क्या सहनी बिहार की राजनीति में मोहरा बन रहे हैं, क्या सहनी एनडीए में बने रहेंगे, क्या वीआईपी प्रमुख के सहारे बिहार के सीएम नीतीश कुमार सहयोगी बीजेपी के साथ राजनीति कर रहे हैं, मुकेश सहनी के साथ राजद के साथ जाने की क्या संभावनाएं हैं, किसके इशारे पर वो खुलकर लालू की तारीफ कर रहे हैं, इन तमाम सवालों के राजनीतिक जवाब समझने के लिये पिछले 24 घंटे के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से आये बयानों और नेताओं के मुलाकातों पर नजर डालने की जरुरत है।

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सहनी तो लालू, राबड़ी, तेजस्वी की तारीफ करते हैं-शाहनवाज
बिहार सरकार में उद्योग मंत्री तथा बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन से पूछा गया कि मुकेश सहनी एनडीए में नाराज चल रहे हैं, बीजेपी से परेशानी महसूस कर रहे हैं, इस पर उन्होने कहा, मुकेश सहनी कहां दुखी हैं, वो तो सबकी तारीफ करते हैं, वो लालू जी, राबड़ी जी, तेजस्वी यादव की भी तारीफ करते हैं, हम लोगों का भी करते हैं, नीतीश जी का भी करते हैं, विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी-जदयू के बीच गठबंधन हुआ था, जिसमें बोचहां सीट बीजेपी को मिली थी, अपने कोटे से कुछ सीटें नीतीश जी ने मांझी जी को दी थी, हमने अपने कोटे से मुकेश सहनी जी को दी थी, उपचुनाव में ये सीट हमें जीतना है, इसलिये हमने अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

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कुशवाहा का बयान
मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिये बीजेपी की ओर से उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद मुकेश सहनी की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है, मुकेश सहनी का कहना है कि मुसाफिर पासवान उनकी पार्टी के विधायक थे, इसलिये एनडीए में इस सीट पर वीआईपी का उम्मीदवार होना चाहिये, वीआईपी का कहना है कि बोचहां से वो मुसाफिर पासवान के बेटे को अपनी पार्टी से उम्मीदवार बनाएंगे, हालांकि मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान ने वीआईपी से इस्तीफा देकर राजद का दामन थाम लिया है, इस वजह से इस सीट को लेकर एनडीए में ही तनातनी हो गई है। बोचहां सीट को लेकर एनडीए में मचे घमासान पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा एनडीए में इस मुद्दे पर मुकेश सहनी और बीजेपी के बीच जो विवाद है, उसे जल्द सुलझा लेना चाहिये, परिवार का अगर कोई व्यक्ति नाराज होकर घर छोड़ने की बात करे, तो ये ठीक बात नहीं है, अगर इस प्रकरण को सुलझाने में जदयू को मध्यस्थता करनी पड़ती है, तो हमें इससे इंकार नहीं है।

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बीजेपी को नहीं उतारना चाहिये उम्मीदवार- मांझी
एनडीए के अन्य घटक दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का भी कहना है कि jitan ram manjhi6 बोचहां उपचुनाव में बीजेपी को प्रत्याशी नहीं उतारना चाहिये, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी ने इस मसले पर खुलकर मुकेश सहनी का समर्थन किया है।

जदयू के तमाम नेताओं से मिले सहनी
बोचहां सीट से बीजेपी के प्रत्याशी उतारे जाने के बाद पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने रविवार को सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की, इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तथा भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद रहे, माना जा रहा है कि सहनी ने सीएम और जदयू के तमाम नेताओं से कहा कि बीजेपी उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है, हालांकि इस मीटिंग में मुकेश सहनी को सीएम नीतीश ने क्या आश्वासन दिया, इसका पता नहीं चल पाया है। नीतीश और जदयू नेताओं से मुलाकात के बाद मुकेश सहनी दिल्ली रवाना हो गये, सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी ने दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिलने के लिये समय मांगा है, राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नीतीश की सलाह के बाद ही मुकेश दिल्ली रवाना हुए हैं।

सहनी के जरिये बीजेपी के साथ राजनीति कर रहे नीतीश
पूरे घटनाक्रम पर नजर डालने के बाद ये सवाल उठना लाजिमी है, कि क्या नीतीश कुमार मुकेश सहनी का नाम आगे कर बीजेपी के साथ राजनीतिक चाल चल रहे हैं, क्योंकि पिछले कुछ समय से बीजेपी और जदयू के रिश्ते कुछ अच्छे नहीं रहे हैं, पहले शराबबंदी को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल कई तरह के सवाल उठा चुके हैं, फिर बिहार विधानसभा के अंदर स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को लेकर नीतीश ने जिस लहजे में सलाह दी, उसके बाद से दोनों दलों के रिश्ते बहुत ठीक नहीं दिख रहे हैं, इतना ही नहीं इस प्रकरण के बाद लॉ एंड ऑर्डर पर बीजेपी विधायक ही नीतीश सरकार को घेरते नजर आये, इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी हिंदुओं की सुरक्षा के मसले पर नीतीश सरकार पर सवाल उठाते नजर आये। हाल ही में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मुकेश सहनी ने बीजेपी के खिलाफ ना सिर्फ अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारे बल्कि लाख मना करने के बाद भी सीएम योगी पर खूब जुबानी हमले किये, उसके बाद से ही बीजेपी सहनी को एनडीए में हाशिये पर रखने का मन बना चुकी है।