4 मंत्री, डिप्टी सीएम का ऑफर ठुकराया, लालू की बात ना मानने पर मुकेश सहनी को हो रहा पछतावा
मुकेश सहनी ने कहा कि उन्हें एनडीए से बाहर कर दिया गया है, ऐसा ना होता तो उन्हें हिस्सेदारी मिलती, उन्हें एक तरह से एनडीए से निकाल दिया गया है, लेकिन वो नीतीश सरकार का हिस्सा हैं।
New Delhi, Mar 24 : बिहार सरकार में मंत्री तथा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी बीजेपी पर भड़क उठे हैं, उन्होने कहा कि पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की बात ना मानकर उन्होने गलती कर दी, उन्होने कहा कि उनकी बात मान लिये होते, तो आज ये दिन ना देखने पड़ते, राजद की ओर से 4 मंत्री और डिप्टी सीएम का ऑफर मिला था, लेकिन हमने ठुकरा दिया था।
एनडीए से बाहर
मुकेश सहनी ने कहा कि उन्हें एनडीए से बाहर कर दिया गया है, ऐसा ना होता तो उन्हें हिस्सेदारी मिलती, उन्हें एक तरह से एनडीए से निकाल दिया गया है, लेकिन वो नीतीश सरकार का हिस्सा हैं, उन्हें मंत्री पद से हटाना सीएम नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है, उन्होने ये भी कहा कि उनके बढते कद और जनाधार के चलते सहयोगी पार्टियों द्वारा दबाया जा रहा है।
गद्दारी नहीं करते
मुकेश सहनी ने कहा कि आज हम लोग निषाद हैं, स्वाभिमान के साथ चलते हैं, कभी किसी के साथ गद्दारी नहीं करते, लेकिन आज मुझे अफसोस हो रहा, शायद उस रोज हम लालू जी की बात बात लेते तो ये दिन नहीं होता, लेकिन हम लोग स्वाभिमानी हैं, हमें अभी भी भरोसा है, हमने जो निर्णय लिया सही लिया, नहीं तो 4-4 मंत्री बनाने का ऑफर था, डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर था, बहुत सी चीजें थी, इसके बावजूद हमने ठुकरा दिया, राज्यपाल कोटा से 12 एमएलसी बनना था, उसमें से 6 का ऑफर था, हमने ये सब चीज ठुकराया, माननीय सीएम नीतीश कुमार जी का सरकार बनाया। सहनी ने कहा आज एनडीए में क्या हो रहा है, किस तरह से लोग परेशान कर रहे हैं, साथियों आपको इसी तरह परेशान करेंगे, आपको अग्निपरीक्षा देना पड़ेगा, जिस तरह से मैं दे रहा हूं, मेरे लिये तो आसान था, कल हमारा प्रत्याशी भी साथ छोड़कर चला गया, जिसके लिये हम लड़ रहे थे, हमारे लिये पीछे हटना आसान था, लेकिन नहीं आज पीछे हटेंगे, तो हमेशा पीछे हटाएंगे।
तीनों विधायक बीजेपी में शामिल
आपको बता दें कि 2020 विधानसभा चुनाव में वीआईपी के 4 विधायक जीते थे, जिसमें बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान का निधन हो गया, बाकी तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गये हैं, इस तरह से बिहार विधानसभा में वीआईपी का अस्तित्व खत्म हो चुका है, और बीजेपी 77 विधायकों के साथ नंबर एक पार्टी बन गई है, दूसरे स्थान पर 75 विधायकों के साथ राजद है।