अखिलेश यादव से नाराज है आजम खान खेमा, योगी की बात पर लगाई मुहर, Inside Story

आजम खान खेमे की नाराजगी विधानसभा चुनाव के दौरान तब और ज्यादा बढ गई, जब आजम की ओर से अपने और बेटे के अलावा करीब दर्जनभर समर्थकों के लिये टिकट की मांग की गई थी।

New Delhi, Apr 11 : यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है, जहां एक तरफ चाचा शिवपाल यादव बगावती मूड में दिख रहे हैं, तो दूसरी ओर पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान खेमा भी खुलकर नाराजगी जता रहा है, आजम के करीबियों ने अखिलेश यादव पर बुरे वक्त में साथ नहीं देने का आरोप लगाया है, आजम के मीडिया प्रभारी ने योगी के उस बयान को भी ठीक बताया, जिसमें उन्होने कहा था कि अखिलेश यादव भी नहीं चाहते हैं कि आजम जेल से बाहर आएं।

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खुलकर नाराजगी
करीब ढाई साल से सीतापुर जेल में बंद आजम खान के करीबियों ने भले ही पहली बार इस तरह से खुलकर नाराजगी जाहिर की हो, लेकिन उनका ये दर्द पुराना है, 2017 में यूपी में योगी सरकार की शुरुआत के बाद से ही आजम खान के लिये बुरे दौर की शुरुआत हो गई, तो अखिलेश यादव काफी हद तक इस पर चुप्पी साधे रहे, आजम समर्थकों को लगता है कि अखिलेश ने आजम खान की गिरफ्तारी का उस तरह विरोध नहीं किया, जितनी अपेक्षा थी, अब तक वो सिर्फ एक बार ही जेल में जाकर आजम से मिले हैं।

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समर्थकों को टिकट नहीं मिलने से भी नाराजगी
आजम खान खेमे की नाराजगी विधानसभा चुनाव के दौरान तब और ज्यादा बढ गई, जब आजम की ओर से अपने और बेटे के अलावा करीब दर्जनभर समर्थकों के लिये टिकट की मांग की गई थी,  लेकिन अखिलेश यादव ने सिर्फ आजम और उनके बेटे को ही टिकट दिया, बाकी समर्थकों को दरकिनार कर दिया।

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नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने की थी उम्मीद
आजम समर्थक ये भी चाहते थे कि संसदीय सीट से इस्तीफा देकर रामपुर सीट से विधायक बने आजम खान को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए, हालांकि अखिलेश ने ये पद अपने पास रखते हुए योगी सरकार को सीधी चुनौती देने का फैसला लिया, azam-khans-son- आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान शानू ने कहा कि आजम खान को अखिलेश यादव और उनके पिता का समाजवादी पार्टी के बनने और मुख्यमंत्री बनने तक हर कदम पर साथ दिया, लेकिन फिर भी अखिलेश ने आजम खान को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया।