फायर करो और भूल जाओ, भारत की ये मिसाइल पीछा करके मारती है, शानदार है खासियत

इस मिसाइल की मारक क्षमता इतनी है कि टारगेट इससे बच ही नहीं सकता, ये छिपे हुए टारगेट को भी तबाह करने पर पीछा करती है, यानी इसे दुश्मन पर लांच करने के बाद भूल जाना है।

New Delhi, Apr 25 : रुस तथा यूक्रेन के बीच जारी जंग में कई हथियारों ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है, इन हथियारों में यूक्रेन के पास मौजूद एंटी टैंक मिसाइल सबसे आगे है, अमेरिका निर्मित जेवलिन एटीजीएम और पश्चिमी नेक्स्ट जेनरेशन हल्की एंटी टैंक लाइट मिसाइल से लैस यूक्रेनी सैनिकों ने सैकड़ों रुसी टैंक और बख्तरबंद वाहनों को तबाह किया है। ऐसी ही एक मिसाइल भारतीय सेना के पास भी है, आइये आपको बताते हैं कि भारत के पास मौजूद इस घातक मिसाइल की क्या खासियत है।

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दुश्मनों के खिलाफ ‘काल’
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ दो साल के लंबे सैन्य टकराव के बाद भारतीय सेना और वायुसेना ने लंबी दूरी और टारगेट को दक्षता से भेदने वाली एडवांस इजरायली एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल को अपनी खेप में शामिल करने की योजना बनाई थी, चीन के साथ सैन्य गतिरोध के कारण पिछले साल इमरजेंसी खरीद के तहत इजरायल के टैंक किलर का ऑर्डर दिया गया था, 2019 के शुरुआत में चीन और पाक के साथ तनाव के बीच भारत सरकार ने इमरजेंसी में 240 स्पाइक एमआर मिसाइल और 12 लांचर्स मंगाये थे, 2019 के आखिर तक इन मिसाइलों को भारतीय सेना में शामिल भी कर दिया गया।

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30 किमी दूर टारगेट को नष्ट कर सकती है ये मिसाइल
ये इजरायली एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भी यूक्रेन के पास मौजूद मिसाइलों की तरह ही घातक है, सेना स्पाइक एलआर-2 लांचर और मिसाइलों को अपने बेड़े में शामिल कर रही है, इन मिसाइलों की ग्राउंड स्ट्राइक रेंज 5.5 किमी है, वहीं भारतीय वायुसेना अपने रुसी मूल के एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टरों को स्पाइक मिसाइलों से लैस कर रहा है, ये लगभग 50 किमी दूर जमीनी लक्ष्यों को नष्ट कर सकता है।

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टारगेट बच ही नहीं सकता
इस मिसाइल की मारक क्षमता इतनी है कि टारगेट इससे बच ही नहीं सकता, ये छिपे हुए टारगेट को भी तबाह करने पर पीछा करती है, यानी इसे दुश्मन पर लांच करने के बाद भूल जाना है, ये मिसाइल टारगेट को तबाह करेगी ही, इजरायल इसे 1981 से इस्तेमाल कर रहा है, दुनिया के 35 देश इस मिसाइल पर भरोसा करते हैं, इसे उन्नत हथियारों की श्रेणी में रखते हैं। इन मिसाइलों के इस्तेमाल से भारतीय सेना सिर्फ टैंक ही नहीं बल्कि कम ऊंचाई पर उड़ रहे हेलीकॉप्टर और विमानों को भी तबाह कर सकती है। इसे लांच करने के लिये तैयार होने में सिर्फ 30 सेकेंड लगता है, फिर 15 सेकेंड में इसे रीलोड भी कर सकते हैं।