मोदी के बगल बैठकर रतन टाटा ने टूटी-फूटी हिंदी में जो कहा, वो हेडलाइन बन गया

रतन टाटा ने कहा मैं अपने आखिरी वर्षों को स्वास्थ्य के लिये समर्पित करता हूं, असम को एक ऐसा राज्य बनाएं, जो सभी को पहचाने और सभी उसे पहचानें।

New Delhi, Apr 29 : गुरुवार को पीएम मोदी के साथ मंच साझा करते हुए दिग्गज कारोबारी रतन टाटा ने असम में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित किया, इस दौरान उन्होने अपने भाषण से कई लोगों का दिल जीत लिया, 84 वर्षीय रतन टाटा ने अपने भाषण में कहा, आज असम का बहुत महत्वपूर्ण दिन है, हालांकि उन्होने स्पष्ट किया, कि वो भाषा से बहुत अच्छी तरह वाकिफ नहीं है, और कहा मैं जो कुछ भी कहूंगा, दिल से कहूंगा।

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क्या कहा
रतन टाटा ने कहा मैं अपने आखिरी वर्षों को स्वास्थ्य के लिये समर्पित करता हूं, असम को एक ऐसा राज्य बनाएं, जो सभी को पहचाने और सभी उसे पहचानें, आज असम राज्य के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, ये वो दिन है, जो स्वास्थ्य और कैंसर के उपचार के मामले में असम को एक उच्च स्तर पर ले जाएगा।

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कम खर्च में इलाज
टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि असम में 17 कैंसर देखभाल केन्द्रों का एक नेटवर्क सभी को कम खर्च पर उपचार उपलब्ध कराएगा, क्योंकि कैंसर गरीब लोगों का रोग नहीं है, इस तरह के 7 केन्द्रों के उद्धाटन के अवसर पर टाटा ने कहा कि इन संस्थानों के कारण असम को विश्व स्तरीय उपचार मुहैया करने वाले राज्य के रुप में मान्यता मिलेगी।

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मोदी भी मौजूद
रतन टाटा ने कहा असम के इतिहास में आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, कैंसर के उपचार के लिये उच्चतर स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, जो अब तक राज्य में उपलब्ध नहीं थी, ये यहां लाई गई है, टाटा ने कहा कि  असम ये अब कह सकता है कि भारत का एक छोटा राज्य भी विश्व स्तरीय कैंसर उपचार सुविधाओं से लैस है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने 7 कैंसर देखभाल केन्द्रों का उद्घाटन किया, उन्होने कार्यक्रम के दौरान इस तरह के और 7 केन्द्रों की आधारशिला रखकर एशिया के सबसे बड़े कैंसर देखभाल नेटवर्क का शुभारंभ किया।