सिलेंडर बेचते थे पिता, खुद पोछा लगाने का किया काम, IPL में KKR के रिंकू सिंह ने अब बनाया नाम

अलीगढ़ में पोछा लगाने का काम करने वाले रिंकू सिंह केकेआर टीम का चमकता सितारा बन गए हैं, टीम से पिछले 5 साल से जुड़े इस खिलाड़ी के लिए ये सीजन काम कर गया है ।  

New Delhi, May 04: आईपीएल देश के कई ऐसे युवाओं के लिए वो प्‍लेटफॉर्म बना है जिसने उनका भविष्‍य संवारा है । केकेआर से जुड़े रिंकू सिंह इस आईपीएल में चर्चा का कारण बन गए हैं । इस खिलाड़ी का आईपीएल तक का सफर आसान नहीं रहा, 5 साल पहले आईपीएल से जुड़े रिंकू अब 24 साल के हैं और ये साल उनके लिए सफल्‍ता लेकर आया है । अलीगढ़ के मामूली परिवार के रिंकू सिंह की सफलता की ये कहानी उनके जोश, जुनून और जज्‍बे से भरी हुई है ।

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रिंकू सिंह का चला बल्‍ला
सोमवार को खेले गए आईपीएल मुक़ाबले में राजस्थान रायल्स के ख़िलाफ़ केकेआर के रिंकू सिंह जब बल्लेबाज़ी करने उतरे तो टीम को 44 गेंदों पर 61 रन बनाने थे । रिंकू सिंह का इस सीज़न में ये तीसरा मुक़ाबला था । बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ट्रेंड बोल्ट की पहली गेंद पर ही रिंकू ने बाउंड्री जड़कर अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए । दूसरी छोर से नीतीश राणा ने उनका साथ दिया । रिंकू ने इसके बाद कुलदीप सेन की गेंद पर पैडल फ्लिक करके लगाया छक्का हो या फिर युजवेंद्र चहल की लगातार दों गेंदों पर बाउंड्री, रिंकु सिंह ने सुनील गावस्कर सहित तमाम कमेंटेटरों को अपना दीवाना बना लिया। केकेआर ने ये मैच भले नीतीश राणा के छक्के से जीता हो लेकिन क्रिकेट फैंस का दिल रिंकू सिंह ने जीत लिया । न्होंने महज 23 गेंदों पर छह चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 43 रन ठोके।

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पांच साल से हैं केकेआर के साथ
आपको बता दें अलीगढ़ के रिंकू सिंह पिछले 5 साल से केकेआर से जुड़े हैं । लेकिन खेलने का मौका नहीं मिल पाया । रिंकू साल 2018 से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ बने हुए हैं । इस सीज़न से पहले उन्हें 10 मैचों में मौक़ा भी मिला लेकिन वे कुछ ख़ास नहीं कर सके थे । बावजूद इसके कोलकाता की टीम ने उन्हें नीलामी में 55 लाख रुपए में ख़रीदा था । रिंकू सिंह अलीगढ़ में एक गैस वैंडर के पांच बेटों में से एक थे । पिता नहीं चाहते थे कि बेटा खेल में समय बर्बाद करें, लेकिन भाईयों ने मदद की । बॉल्‍ खरीदने के भी पैसे नहीं थे लेकिन कुछ लोग तब रहनुमा बने । ऐसे ही एक टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला और रिंकू सिंह को शानदार प्रदर्शन करने के लिए जब इनाम के तौर पर मोटरसाइकिल मिली तो उन्‍होंने वो अपने पिता को सौंप दी ।

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पोछा लगाने का काम मिला
परिवार में आर्थिक चुनौतियां बहुत थीं, हर सदस्‍य कुछ ना कुछ कर रहा था । ऐसे में उनके भाई ने उन्‍हें एक कोचिंग सेंटर में पोछा लगाने का काम दिलवाया । लेकिन रिंकू को ये काम रास नहीं आया, पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था । ऐसे में पूरा ध्‍यान खेलने पर लगा दिया । क्रिकेट पर फोकस किया । लेकिन आगे बढ़ना बहुत मुश्किल था । हालांकि मेहनती और धुन के पक्‍के रिंकू ने भी हिम्‍मत नहीं हारी । अलीगढ़ के मोहम्मद ज़ीशान ने उनकी मदद की । रिंकू ने बताया कि अलीगढ़ से निकल आईपीएल पहुंचने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं । रिंकू सिंह साल 2016 से उत्तर प्रदेश की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हिस्सा ले रहे हैं और पांच शतक और 16 अर्धशतक की मदद से अब तक 2307 रन बनाए हैं । यहीं से उनकी प्रतिभा को आंककर, केकेआर ने उन्‍हें 2018 में खरीदा था ।