भारतीय रेल की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 19 को नौकरी से निकाला, जानिये कारण
इस ऐतिहासिक कार्रवाई में जो 19 अधिकारी नौकरी से निकाले गये हैं, उनमें 10 ज्वाइंट सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी बताये जा रहे हैं।
New Delhi, May 12 : भारतीय रेल के इतिहास में विभाग ने पहली बार अधिकारियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने 19 अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया है, रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार ने खराब परफॉरमेंस वाले तथा अक्षम अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया है, 19 अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है।
इस स्तर पर गिरी गाज
आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक कार्रवाई में जो 19 अधिकारी नौकरी से निकाले गये हैं, उनमें 10 ज्वाइंट सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी बताये जा रहे हैं, ये सभी अधिकारी पश्चिमी रेलवे, एमसीएफ, मध्य रेलवे, सीएलडब्लयू, नॉर्थ फ्रंट रेलवे, पूर्व रेलवे, दक्षिण पश्चिम रेलवे, डीएलडब्लयू, उत्तर मध्य रेलवे, आरडीएसओ, ईडी सेल का सेलेक्शन ग्रेट और उत्तर रेलवे में विभिन्न पदों पर तैनात थे।
77 अधिकारियों ने लिया वीआरएस
खास बात ये है कि अश्विनी वैष्णव के केन्द्रीय रेल मंत्री बनने के बाद से अब तक करीब 77 अधिकारियों ने वीआरएस लिया है, सूत्रों के मुताबिक पिछले 11 महीने में 96 अधिकारियों को वीआरएस दिया गया है। कहा जा रहा है कि रेलवे के कायाकल्प के लिये ताबड़तोड़ फैसले हो रहे हैं।
ताबड़तोड़ फैसले
दरअसल इस तरह की कार्रवाई से मिनिस्ट्री और मोदी सरकार की ओर से साफ संदेश है कि काम के दौरान लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इन नियमों के तहत सरकार काम की समीक्षा कर जबरिया वीआरएस भी ले सकती है। आपको बता दें कि रेल मंत्री वैष्णव ने पिछले महीने खजुराहो में रेलवे अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि जो भी अधिकारी काम नहीं कर सकते, वो वीआरएस लेकर घर बैठ जाएं, नहीं तो उन्हें बर्खास्त किया जाएगा, ये बात उन्होने तब कही थी जब ललितपुर-सिंगरौली रेलवे परियोजना में हो रही देरी को लेकर कुछ रेलवे अधिकारी सीधी जिले की सांसद रीति पाठक से प्राप्त सुझावों पर जानकारी तथा उनके सवालों के जवाब नहीं दे सके थे।