मेरी तबाहियों में मेरा ही हाथ, हो सकता है एनकाउंटर, जेल से रिहा होने पर क्या बोले आजम खान

89 मामलों में रिहा होने के बाद आजम खान भावुक नजर आये, अप्रत्यक्ष रुप से उन लोगों पर निशाना साधा, जिन्होने जेल में रहने के दौरान आजम खान से दूरी बना रखी थी।

New Delhi, May 21 : रात होती थी, तो सुबह के बारे में सोचता था, सुबह होती थी, तो रात का सोचते थे, जेल से छूटने के बाद पूर्व मंत्री आजम खान ने भावुक अंदाज में अपनी 27 महीनों की जेल यात्रा का दर्द बयां किया, उन्होने कहा हम अकेले थे, बस दीवारें थी, छत थी, इसी तरह आप लोगों से जुदा होकर बहुत कठिन वक्त गुजारा।

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क्या कहा
89 मामलों में रिहा होने के बाद आजम खान भावुक नजर आये, अप्रत्यक्ष रुप से उन लोगों पर निशाना साधा, जिन्होने जेल में रहने के दौरान आजम खान से दूरी बना रखी थी, उन्होने कहा कि दरख्त की जड़ों में जहर डालने वाले लोग अपने ही हैं, जेल से बाहर आने के बाद आजम ने अपने सियासी गढ रामपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस की, अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सबसे पहले अपनी रिहाई के लिये सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया, उन्होने कहा जेल की उस कोठरी में उन्होने इतना समय कैसे बिताया, जहां रहना मुश्किल था, 27 महीनों का अपना अनुभव बताते हुए आजम ने कहा हमें जहां रखा गया था, उन कोठरियों में अंग्रेजों के जमाने में उन लोगों को रखा जाता था, जिन्हें 2-3 दिन बाद फांसी देनी होती थी, हमारे कमरों के पास ही फांसी घर भी था।

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मेरी तबाहियों में मेरा हाथ
आजम खान ने कहा मेरे परिवार के साथ जो हुआ, उसे भूल नहीं सकते, उन्होने कहा अभी मेरे लिये बीजेपी, बसपा और कांग्रेस इसलिये बहुत बड़ा सवाल नहीं है, क्योंकि मुझ पर मेरे परिवार और मेरे लोगों पर हजारों की संख्या में जो मुकदमे दायर किये गये हैं, उसमें मैं कहूंगा कि मेरी तबाहियों में मेरा अपना हाथ है, मेरे अपने लोगों का बड़ा योगदान है, मालिक उन्हें सदबुद्धि दे। उन्होने कहा हम पर मुकदमे कायम कराने वाले 8 लोगों ने कहा कि हमने उनसे जबरन जमीनें छीन ली, उन लोगों को चेक से पेमेंट किया गया था, जिन जमीनों की कीमत 2 हजार रुपये बीघा भी नहीं थी, उन्हें कम से कम 40 हजार रुपये बीघा के हिसाब से खरीदा, वो सारे लोग मुकदमे हार गये, उनको लगता था कि अब हम उनके खिलाफ मुकदमा करेंगे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया, इस दौरान आजम खान ने एक बड़ा खुलासा भी किया, उन्होने कहा कि दरोगा ने उनसे रामपुर में संभलकर रहने के लिये कहा था, उन्होने दावा किया कि उनका एनकाउंटर हो सकता है।

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अखिलेश पर क्या बोले
वहीं आजम खान ने अखिलेश यादव को लेकर पूछे गये सवालों पर गोल-मोल जवाब देते दिखे, जब उनसे सवाल किया गया कि आपने शिवपाल यादव से बात की, लेकिन अखिलेश के डेलीगेशन से नहीं मिले, तो उन्होने कहा मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, akhilesh azam वहीं रिहाई के बाद अखिलेश से बात करने के सवाल पर उन्होने कहा कि करीब साढे तीन साल से मेरे पास कोई मोबइल फोन नहीं है, इस दौरान मैं मोबाइल चलाना भी भूल गया हूं।