5 जून से इन राशि वालों पर शनि की विशेष कृपा, कहीं आपकी राशि भी तो शामिल नहीं
जून में ग्रहों के न्यायधीश शनिदेव 5 जून को कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं, वक्री का मतलब होता है किसी भी ग्रह की उल्टी चाल।
New Delhi, Jun 01 : ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक किसी भी ग्रह के राशि परिवर्तन का असर मेष से लेकर मीन राशि तक पर पड़ता है, कुछ राशि वालों के लिये ग्रह की स्थिति का शुभ असर होता है, जबकि कुछ राशि वालों के लिये ये स्थिति खतरनाक साबित होती है, अब जून में ग्रहों के न्यायधीश शनिदेव 5 जून को कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं, वक्री का मतलब होता है किसी भी ग्रह की उल्टी चाल, आइये जानते हैं कि किन राशियों पर इसका शुभ प्रभाव पड़ेगा।
मेष
इस राशि वालों के लिये वक्री शनि खुशियों की सौगात ला सकते हैं, आपकी राशि से शनिदेव 11वें भाव में वक्री होने जा रहे हैं, जिसे आय या लाभ का भाव कहा जाता है, इसलिये इस दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है, आये के नये साधन बनेंगे, व्यापार में कोई लाभकारी डील फाइनल हो सकती है, नौकरी पेशा करने वाले जातकों के लिये ये समय लाभकारी रहने वाला है, व्यापारियों को मुनाफा होगा।
वृषभ
इस राशि के कुंडली में शनिदेव दशम भाव में वक्री होने जा रहे हैं, जिसे कर्मक्षेत्र या नौकरी का स्थान कहा जाता है, इसलिये इस दौरान आपके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है, इस समय आपको नई नौकरी का ऑफर भी मिल सकता है, आपके काम करने के तरीके में सुधार होगा, आरकी कार्यस्थल पर तारीफ हो सकती है, बॉस आपसे खुश रहेंगे, वृषभ राशि के स्वामी शुक्रदेव हैं, ज्योतिष के मुताबिक शनि और शुक्र के बीच मित्रता का भाव है, इसलिये शनि का वक्री होना आपके लिये लाभकारी साबित होगा।
मकर
इस राशि वालों के लिये शनि की वक्री स्थिति शुभ साबित हो सकती है, शनिदेव आपकी कुंडली में दूसरे स्थान पर वक्री होने जा रहे हैं, जिसे धन या वाणी का भाव कहा जाता है, इसलिये इस समय आपको आकस्मिक धनलाभ हो सकता है, लंबे समय से अटके धन की प्राप्ति हो सकती है, वाहन या जमीन खरीदने के लिये उत्तम समय है, किसी संपत्ति में निवेश का मन बना रहे हैं, तो सफलता मिलेगी, मकर राशि पर शनिदेव का आधिपत्य है, इसलिये आपके लिये ये समय लाभकारी रहने वाला है।
(डिस्क्लेमर- इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम ये दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य तथा सटीक है, इसे अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह लें।)