गुप्त नवरात्रि इस दिन से शुरू, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
हिंदू धर्म में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का बहुत महत्व है, लेकिन साल में दो गुप्त नवरात्रि भी होती है । जो माघ और आषाढ़ के महीने में आती है ।
New Delhi, Jun 16: हिंदू धर्म में मां दुर्गा के पावन पर्व नवरात्रि का खास महत्व होता है । चैत्र और शारदीय नवरात्रि के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन माघ और आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं । गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रुमावती, मां बंगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है ।
इस दिन से शुरू हो रही है नवरात्रि
पंचांग के मुताबिक, आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 30 जून 2022 से शुरू हो रही है और 9 जुलाई 2022 को इसका समापन होगा. ।
घटस्थापना, बृहस्पतिवार 30 जून को होगा ।
गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि का आरंभ – 29 जून 2022, सुबह 8 बजकर 21 मिनट
गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि की समाप्ति – 30 जून 2022, सुबह 10 बजकर 49 मिनट
घटस्थापना का मुहूर्त – सुबह 5 बजकर 26 मिनट से 6 बजकर 43 मिनट तक
इन मंत्रों का करें जाप
पौराणिक काल से गुप्त नवरात्रि का अपना विशेरूा महत्व है । गुप्त नवरात्रि में शक्ति की उपासना की जाती है ताकि जीवन तनाव मुक्त रहे । इस दौरान मां शक्ति के खास मंत्रों के जाप से किसी भी समस्या से मुक्ति पाई जा सकती है या किसी सिद्धि को हासिल किया जा सकता है । सिद्धि के लिए ॐ एं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै, ॐ क्लीं सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन्य धान्य सुतान्यवितं, मनुष्यों मत प्रसादेंन भविष्यति न संचयः क्लीं ॐ, ॐ श्रीं ह्रीं हसौ: हूं फट नीलसरस्वत्ये स्वाहा आदि विशेष मंत्रों का जप किया जा सकता है।
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि
गुप्त नवरात्रि के दौरान भी पूजा विधि वही अपनाई जाती है जैसी नवरात्रि के समय होती है । ठीक उसी तरह से घट स्थापना की जाती है । इन नौ दिनों में भी सुबह-शाम मां दुर्गा की पूजा की जाती है साथ ही लौंग और बताशे का भोग जरूर लगाना चाहिए । मां को श्रृंगार का सामान भी अर्पित करें । एक बात का ध्यान रखें, गुप्त नवरात्रि इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें।