महाराष्ट्र घमासान- दल-बदल से बचने के लिये कितने विधायकों की जरुरत, जानिये

एमएलसी चुनाव में सोमवार को सदन के 285 सदस्यों ने मतदान किया, विधानसभा में 288 विधायक हैं, लेकिन शिवसेना विधायक रमेश लटके का पिछले महीने निधन हो गया, तथा एनसीपी विधायक नवाब मलिक और अनिल देशमुख मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं।

New Delhi, Jun 21 : महाराष्ट्र में सियासी घमासान मचा हुआ है, महाविकास आघाड़ी सरकार को लेकर खतरे की घंटी बज रही है, क्योंकि शिवसेना के वरिष्ठ नेता तथा ठाकरे सरकार के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे कई पार्टी विधायकों के साथ बीजेपी शासित प्रदेश गुजरात के सूरत चले गये हैं, सूत्रों का दावा है कि कम से कम 12 विधायक शिंदे के साथ होटल में हैं, लेकिन अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि संख्या 20 से ज्यादा हो सकती है, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दल-बदल विरोधी कानून कहता है कि अगर किसी पार्टी की ताकत का दो-तिहाई हिस्सा विलय के लिये सहमत होता है, तो उन्हें अयोग्यता की कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा, वर्तमान में विधानसभा में शिवसेना के 55 विधायक हैं, यानी बागी बीजेपी में विलय चाहते हैं, तो 37 विधायकों को ये सुनिश्चित करने के लिये साथ आना होगा, कि उन्हें दल-बदल कानून के तहत अयोग्यता की कार्यवाही का सामना ना करना पड़े।

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फ्लोर टेस्ट की मांग
सत्ताधारी गठबंधन में अशांति का फायदा उठाने के लिये काम कर रही बीजेपी ऐसे में विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की मांग उठा सकती है, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम ना लिखने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि हम खुले तौर पर कह रहे हैं कि ठाकरे सरकार के भीतर भारी अशांति है, एमएलसी चुनाव के बाद संख्याएं दिखाती है कि कैसे शिवसेना और कांग्रेस ने अपने ही सदस्यों और छोटे सहयोगियों तथा निर्दलीय उम्मीदवारों का विश्वास खो दिया है, हालांकि बीजेपी ने अपनी रणनीति को गुप्त रखा है, लेकिन पार्टी से जुड़े सूत्रों का दावा है कि रुको और देखो, ठाकरे सरकार को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने में मुश्किल होगी, बता दें कि शिंदे कथित तौर पर पार्टी से नाखुश हैं, क्योंकि उनका मानना है कि उन्हें दरकिनार कर दिया गया है, जब महत्वपूर्ण नीतियां और रणनीतियां बनाई जाती है, तो उन्हें विश्वास में नहीं लिया जाता है।

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पार्टी में साइडलाइन
पार्टी ने हाल ही में ठाणे नगर निगम चुनावों में अकेले जाने के उनके सुझाव को खारिज कर दिया था, उन्हें बताया गया था कि पार्टी को कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना होगा, शिवसेना प्रमुख और सीएम उद्धव ठाकरे ने दोपहर में पार्टी के सभी नेताओं और विधायकों की बैठक बुलाई है, पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के अनुसार सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने भी ठाकरे से संपर्क किया है।

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एमएलसी चुनाव
एमएलसी चुनाव में सोमवार को सदन के 285 सदस्यों ने मतदान किया, विधानसभा में 288 विधायक हैं, लेकिन शिवसेना विधायक रमेश लटके का पिछले महीने निधन हो गया, तथा एनसीपी विधायक नवाब मलिक और अनिल देशमुख मनी लांड्रिंग मामले में जेल में बंद हैं। uddhav thackeray devendra fadnavis शिवसेना के पास 55, एनसीपी के पास 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं, बीजेपी के पास 106 विधायक हैं, छोटे दलों तथा निर्दलीय विधायकों की संख्या 29 है, बीजेपी ने एमएलसी चुनाव में अपने 5 उम्मीदवारों को जिताने के लिये 133 मत प्राप्त किये, वहीं एमवीए सहयोगियों ने मिलकर 152 वोट हासिल किये।