सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आदित्य ठाकरे का बड़ा बयान, धोखेबाज कभी नहीं जीतते
आदित्य ठाकरे ने शिंदे खेमे को विद्रोही नहीं बल्कि अलगाववादी कहा, उन्होने बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो विश्वासघात करते हैं, वो कभी नहीं जीतते।
New Delhi, Jun 27 : महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट की दो याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुनाया है, कोर्ट के फैसले के बाद आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर शिवसेना के बागी विधायकों पर निशाना साधा है।
आदित्य की चेतावनी
उद्धव ठाकरे के बेटे तथा महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार को शिवसेना के बागी नेताओं को चेतावनी दी है कि अगर उनमें हिम्मत है, तो आमने-सामने आकर बात करें, मौजूदा सरकार के साथ क्या गलत है, उन्हें सामने आकर कहना चाहिये, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार और पार्टी को वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के गुट तथा शिवसेना के 55 में से करीब 40 विधायकों के विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है।
धोखेबाज कभी नहीं जीतते
आदित्य ठाकरे ने शिंदे खेमे को विद्रोही नहीं बल्कि अलगाववादी कहा, उन्होने बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो विश्वासघात करते हैं, वो कभी नहीं जीतते, हमें खुद पर विश्वास है, और लोगों से बहुत प्यार मिल रहा है, उनका ये बयान तब आया है, जब ये राजनीतिक घमासान सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है, मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 11 जुलाई को होगी।
बागियों पर निशाना
असम के गुवाहाटी में एक होटल में ठहरे शिंदे कैप में मंत्री उदय सामंत के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर आदित्य ने कहा कि ये उनका निर्णय है, लेकिन वो किसी दिन हमारे सामने आएंगे, उन्हें एक ना एक दिन हमसे नजरें मिलानी ही होंगी। आदित्य ने मुंबई के वर्ली विधानसभा क्षेत्र में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि जो लोग यहां से भाग गये हैं और खुद को बागी बता रहे हैं, अगर वो बगावत करना चाहते हैं, तो उन्हें यहां करना चाहिये था, उन्हें इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहिये था, उन्हें महाराष्ट्र छोड़कर गुवाहाटी नहीं जाना चाहिये था, उन्होने सुप्रीम कोर्ट में कार्यवाही पर सीधे टिप्पणी से मना कर दिया, छोटे ठाकरे ने कहा कि फ्लोर टेस्ट तब होगा, तब वो मेरे सामने बैठेंगे, मेरी आंखों में देखेंगे और कहेंगे कि हमने क्या गलत किया।