गिलगित-बाल्टिस्तान को बेचकर पाक से मोटा कर्ज ले रहा चीन, PoK भी रखा गिरवी

पाक ने गिलगित, बाल्टिस्तान और पीओके के 52 कानूनों को अपने हाथ में ले लिया है, इसके तहत पाकिस्तानी सरकार को वहां की जमीन को किसी भी देश को लीज पर सौंपने का अधिकार मिल गया है।

New Delhi, Jul 01 : भारत के पड़ोसियों की हालत इन दिनों कुछ खास नहीं है, खासकर श्रीलंका और पाकिस्तान में हालात बदतर हैं, कई देशों के कर्ज के बोझ तले दबा पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुका है, इसके बाद भी पाक अपनी माली हालत सुधारने के लिये नया कर्ज ले रहा है, चाइना टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पाक अब अपने दोस्त चीन से 19 हजार करोड़ रुपये का नया कर्ज लेने जा रहा है, इसके बदले उसे गिलगित और बाल्टिस्तान इलाकों को चीन के हवाले करना पड़ेगा, अपनी खस्ताहाल होती आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये पाक ने ये कदम उठाने का फैसला लिया है।

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बढ रहा है कर्ज
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घटता जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक से भी पाक को 90 हजार करोड़ रुपये की मदद मिलने की कोई उम्मीद नहीं रह गई है, ऐसे में अब पाक अपनी सरकारी संपत्तियों और इलाकों को गिरवी रख रहा है, रिपोर्ट के अनुसार ऐसी आशंका है कि पाक अपने कब्जे वाले कश्मीर के इलाकों को भी चीन को सौंप सकता है।

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सरकार ने 52 कानूनों को हाथ में लिया
पाक ने गिलगित, बाल्टिस्तान और पीओके के 52 कानूनों को अपने हाथ में ले लिया है, इसके तहत पाकिस्तानी सरकार को वहां की जमीन को किसी भी देश को लीज पर सौंपने का अधिकार मिल गया है। 2018 में पाक सरकार ने गिलगित, बाल्टिस्तान और पीओके को और अधिकार देने का ऐलान किया था, गिलगित और बालिस्तान के सीएम खालिद खुर्शीद खान ने पाक सरकार पर 30 अरब रुपये की सहायता को सिर्फ 12 अरब रुपये करने का आरोप भी लगाया है।

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हुंजा में चीन कर रहा नियोबिम की खुदाई
कर्ज के बदले चीन पाक के गिलगित-बाल्टिस्तान में हुंजा इलाके से नियोबिम की बड़े पैमाने पर खुदाई कर रहा है, हुंजा में माणिक-मोती तथा कोयले के 120 लाख मीट्रि टन का भंडार है, चीन को हुंजा में बड़ी जमीन लीज पर मिली हुई है,  हाल ही में यहां के स्थानीय लोगों ने चीन को लीज जारी किये जाने के विरोध में भारी प्रदर्शन भी किया था। चीन के अलावा पाक ने यूएई से भी मोटा उधार ले रखा है, अब 8 हजार करोड़ रुपये का लोन और लेने जा रहा है, इसके लिये वो 20 सरकारी कंपनियों के 12 फीसदी से ज्यादा शेयर यूएई को देगा, सऊदी अरब से भी ज्यादा 40 हजार करोड़ रुपये कर्ज लेने के लिये पाक ने 2018 से अर्जी लगा रखी थी, फरवरी में ही सऊदी अरब ने पाक को 10 हजार करोड़ का कर्ज दिया है।