नीली से लाल हो गई धरती, 46 साल में इतना बढ़ गया तापमान, नासा की शॉकिंग जानकारी

पूरी दुनिया का तापमान तेजी से बढ़ रहा है । जून और जुलाई में तो हालात ऐसे हो गए कि नीली धरती लाल दिखने लगी । नासा ने तस्‍वीरें रिलीज की हैं ।

New Delhi, Jul 19: साल 2022, जून और जुलाई के महीने में धरती का तापमान इतना बढ़ा कि यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मिडल-ईस्ट समेत कई एशियाई देशों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पार कर गया । कई जगहों पर तो पारे ने थर्मामीटर का रिकॉर्ड भी तोड़ डाला । नासा ने 13 जुलाई 2022 का नक्‍शा, सैटेलाइट तस्‍वीर शेयर की है । इसमें धरती के पूर्वी गोलार्ध के ऊपर सरफेस एयर टेंपरेचर दिखाया गया है, जो 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर है । ये खतरे की घंटी है ।

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कितनी बढ़ गई गर्मी
धरती के इस नक्शे को गोडार्ड अर्थ ऑब्जरविंग सिस्टम के ग्लोबल मॉडल से प्राप्त डेटा से बनाया गया है । नक्शे में वायुमंडल में बढ़ी हुई गर्मी और स्थानीयता के आधार पर तापमान भी निकाला गया है । नासा गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में ग्लोबल मॉडलिंग एंड एसिमिलेशन के प्रमुख स्टीवन पॉसन ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आप इस नक्शे में लाल रंग वाले गर्म और नीले रंग वाले ठंडे इलाके स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं ।

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46 साल पहले ऐसी दिखती थी धरती
नासा ने 1976 का भी एक नक्‍शा दिखाया है, तब दुनिया के कई इलाके नीले रंग में दिखते थे, यानी तापमान काफी कम था । अब तो हालत बिगड़ती ही जा रही है । स्टीवन ने इस बारे में आगे कहा कि इंसानों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण, ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन की वजह से लगातार जलवायु परिवर्तन हो रहा है । वैश्विक स्तर पर गर्मी तेजी से बढ़ रही है । पश्चिमी यूरोप में तो भयानक सूखे के हालात पैदा हो रहे हैं । बढ़ती गर्मी और सूखे के कारण पुर्तगाल, स्पेन और फ्रांस के कुछ हिस्सों में जंगली आग फैल रही है । पुर्तगाल में पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है । बताया जा रहा है कि यहां पर लीरिया नाम के कस्बे का 7400 एकड़ का इलाका जल गया है । पुर्तगाल के आधे हिस्से में 14 जगहों पर जंगल की आग जल रही है ।

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हालत बद से बदतर हो रही है
तापमान इतना बढ़ रहा है, कि चीन में तो सड़कें पिघल गईं हैं । छत टूट गए हैं । शंघाई में भी तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था । यहां ह्यूमेडिटी भी काफी बड़ी हुई है । सिर्फ इतना ही नहीं नासा ने दो नक्शे और जारी किए हैं । जिसमें 46 साल में कैसे पूरी दुनिया की शक्ल बिगड़ गई, यानी 1976 से 2022 तक कैसे नक्शा नीले से लाल होता चला गया । इसके अलावा डोलोमाइट पर मामोलाडा ग्लेशियर गर्मी की वजह से टूटा और वहां हुए हिमस्खलन में 11 हाइकर्स को मारे गए । इसके अलावा इंग्लैंड ने पूरे देश में एक्स्ट्रीम हीट की वॉर्निंग दे रखी है । ईरान में तापमान सबसे अधिक 52 डिग्री सेल्सियस तक पार पहुंच गया था ।