टीम से अंदर-बाहर होने पर शिखर धवन ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बहुत कुछ कह गये
शिखर धवन ने कहा मेरे पास अनुभव है, इसलिये मैं ज्यादा चिंतित नहीं हूं, जब तक मैं आत्मविश्लेषण और सुधार करता रहूंगा, तब तक कुछ भी मायने नहीं रखता।
New Delhi, Jul 22 : टीम इंडिया के वरिष्ठ बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि वो युवा खिलाड़ियों से कॉम्पटीशन के बीच अपनी फॉर्म को लेकर हो रही आलोचना से परेशान नहीं हैं, क्योंकि वो पिछले दस साल से इस तरह की बातें सुनते आ रहे हैं, कभी रोहित और विराट के साथ टीम इंडिया के टॉप बल्लेबाजों में गिने जाने वाले गब्बर वेस्टइंडीज के किलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में कप्तानी करेंगे।
टुकड़ों में मौका मिला
मैच की पूर्व संध्या पर जब एक पत्रकार ने शिखर धवन से कहा कि क्या उन्हें आलोचना अजीब लगती है, तो उन्होने नकारात्मक जवाब दिया, उन्होने कहा कि अजीब क्या लगेगा, अब तो ऐसा सुनते हुए 10 साल हो गये, लोग बोलते रहते हैं, मैं प्रदर्शन करता रहता हूं, अगर मैं उनकी बात सुनता, तो मैं आज यहां नहीं होता।
बयान से सबको किया हैरान
शिखर धवन ने कहा मेरे पास अनुभव है, इसलिये मैं ज्यादा चिंतित नहीं हूं, जब तक मैं आत्मविश्लेषण और सुधार करता रहूंगा, तब तक कुछ भी मायने नहीं रखता, धवन ने कहा कि मैं बेहद सकारात्मक इंसान हूं, मेरे लिये सकारात्मकता आत्मविश्वास और मनोबल बढाने से जुड़ी है, मैं यहां इसलिये हूं क्योंकि मैंने कुछ अच्छा किया है, यही सकारात्मकता मैं युवाओं में भरना चाहता हूं।
अंदर-बाहर होते रहे
पिछले टी-20 विश्वकप टीम में खराब प्रदर्शन के बाद टीम से बाहर होने के बाद शिखर धवन को वापसी के लिये काफी मेहनत करनी पड़ी, शिखर को ऋतुराज गायकवाड़, ईशान किशन और संजू सैमसन जैसे युवा खिलाड़ियों से कड़ी चुनौती मिल सकती है।