10वीं के इस छात्र ने अमेरिकन कंपनी का भी सिर चकरा दिया, अब 33 लाख की नौकरी का ऑफर
वेदांत देवकते महाराष्ट्र नागपुर के रहने वाले हैं, वो दसवीं के छात्र हैं, एक न्यूज चैनल से बात करते हुए वेदांत ने कहा लॉकडाउन के दौरान क्लासेज बंद थी, तभी मैंने प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस इंटरनेट पर सीख ली थी।
New Delhi, Jul 28 : प्रतिभा किसी उम्र का मोहताज नहीं होती, वो हर मेहनतकश के हाथ में होती है, इस बात को दसवीं के एक छात्र कोडिंग कॉन्टेस्ट जीतकर सही साबित कर दिया है, महाराष्ट्र नागपुर के रहने वाले वेदांत देवकते की उम्र सिर्फ 15 साल है, लेकिन उन्होने अपनी प्रतिभा के दम पर सबको हैरान कर दिया है, एक कोडिंग कॉन्टेस्ट जीतने के बाद उन्हें अमेरिकी कंपनी से 33 लाख के पैकेज की नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन उम्र की वजह से वो नौकरी ज्वाइन नहीं कर पाये।
10वीं के छात्र
वेदांत देवकते महाराष्ट्र नागपुर के रहने वाले हैं, वो दसवीं के छात्र हैं, एक न्यूज चैनल से बात करते हुए वेदांत ने कहा लॉकडाउन के दौरान क्लासेज बंद थी, तभी मैंने प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस इंटरनेट पर सीख ली थी, कुछ वेबसाइट पर और कुछ यू-ट्यूब से देख-देख कर मैंने प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के 24 सर्टिफिकेट किये हैं, इसी बीच मुझे इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल करते हुए कम्पटीशन का एक लिंक मिला, फिर उस पर जाकर चेक करने से पता चला कि ये वेबसाइट डेवलपमेंट का काम है।
ऐसे हुआ चयन
उन्होने बताया कि वेबसाइट डेवलपमेंट मैं सीख चुका था, इसलिये इस कम्पटीशन में आवेदन किया, इसके बाद मैंने एक वेबसाइट डेवलप करके भेजी थी, जिससे मेरा चयन हुआ, वेदांत ने जिस कॉम्पटीशन में हिस्सा लिया था, उसमें करीब 1000 लोग शामिल थे, इस कम्पटीशन में कंपनी वालों को मेरी वेबसाइट पसंद आ गई, इस तरह 1000 लोगों में मैं फर्स्ट रैंक लाया, उन्होने मुझे बताया कि आपका चयन हो गया है।
सपनों की नौकरी
वेदांत के माता-पिता दोनों प्रोफेसर हैं, पिता एक इंजीनियरिंग कॉलेज में इलेक्ट्रिकल विभाग के प्रोफेसर हैं, तो मां कंप्यूटर साइंस की प्रोफेसर है, वेदांत के पिता राजेश देवकते ने कहा कि वेदांत अभी 15 साल का भी नहीं हुआ है, लॉकडाउन के दौरान सारी पढाई ऑनलाइन हो जाने की वजह से वो अपनी मां के पुराने लैपटॉप पर पढाई किया करता था, इसी बीच उसने कोडिंग सीख ली, उसके बाद 3 जुलाई को उसने इस कम्पटीशन के लिये आवेदन किया था, जिसके बाद उसे अमेरिकी कंपनी ने नौकरी का ऑफर दिया है। अमेरिकी कंपनी की ओर से दिये गये ऑफर में वेदांत को कम उम्र की वजह से ज्वाइनिंग नहीं मिल पाई, इसमें एचआरडी टीम के लिये औसत 33.5 लाख का पैकेज दिया जाता है, लेकिन कंपनी ने डिमोटिवेट ना होने की सलाह देते हुए उन्हें 18 साल की उम्र हो जाने पर संपर्क करने को कहा है, उन्होने कहा कि हम आपके काम से काफी प्रभावित हुए हैं।