श्रीलंका, पाक जैसे आर्थिक संकट स्थिति भारत में भी हो सकता है?, जानिये क्या कहते हैं रघुराम राजन

रघुराम राजन ने कहा कि पूरी दुनिया में महंगाई है, आरबीआई ब्याज दरें बढा रहा है, जिससे महंगाई कम करने में मदद मिलेगी, सबसे ज्यादा महंगाई की मार फूड और ऑयल प्रोडक्ट्स पर पड़ी है, पूरी दुनिया में खाद्य मुद्रास्फीति कम हो रही है।

New Delhi, Jul 31 : आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि भारत को श्रीलंका और पाकिस्तान जैसी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा, उन्होने कहा कि आरबीआई ने विदेशी मुद्रा भंडार बढाने की दिशा में अच्छा काम किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राजन ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है, आरबीआई ने इस दिशा में अच्छा काम किया है। हमारी स्थिति पाक और श्रीलंका जैसी नहीं है, हमारे कर्ज भी कम हैं, पूर्व गवर्नर ने कहा कि इस समय पूरी दुनिया में महंगाई है, आरबीआई ब्याज दरें बढा रही है, जिससे महंगाई कम करने में मदद मिलेगी, सबसे ज्यादा महंगाई खाद्य और ईंधन में हैं, रघुराम राजन के अनुसार दुनिया में खाद्य मुद्रास्फीति कम हो रही है, और ये आने वाले दिनों में भारत में भी घटेगी।

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श्रीलंका के विदेशी मुद्रा भंडार में अप्रत्याशित कमी
श्रीलंका के सांख्यिकी विभाग ने शनिवार 30 जुलाई को कहा कि देश की मुद्रास्फीति जुलाई में बढकर 60.8 प्रतिशत हो गई, जो जून में 54.6 प्रतिशत थी, श्रीलंका में विदेशी मुद्रा भंडार में अप्रत्याशित कमी आई थी, खाद्य तथा ईंधन संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश में इससे हालात बदतर हो गये हैं, साल दर साल खाद्य मुद्रास्फीति जून में 80.1 फीसदी से बढकर जुलाई में 90.9 पर पहुंच चुकी है, देश के केन्द्रीय बैंक का कहना है कि महंगाई 75 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच सकती है।

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राजनीतिक अशांति से आर्थिक अनिश्चितता
वहीं पाक में चल रही राजनीतिक अशांति आर्थिक अनिश्चितता को बढा रही है, जिससे रुपये का अवमूल्यन हो रहा है, उत्पादन की लागत प्रभावित हो रही है, रुपये के अवमूल्यन को रोकने में सरकार की विफलता के बीच गुरुवार को वित्त मंत्रालय ने कहा कि पाक का आर्थिक दृष्टिकोण अनिश्चित और धुंधला बना हुआ है, जबकि मुद्रास्फीति 21 फीसदी के मौजूदा स्तर के आस-पास रहेगी।

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कितना है भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
रघुराम राजन ने कहा कि पूरी दुनिया में महंगाई है, आरबीआई ब्याज दरें बढा रहा है, जिससे महंगाई कम करने में मदद मिलेगी, सबसे ज्यादा महंगाई की मार फूड और ऑयल प्रोडक्ट्स पर पड़ी है, पूरी दुनिया में खाद्य मुद्रास्फीति कम हो रही है, भारत में भी ये दर घटेगी, आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार 22 जुलाई तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 571.56 बिलियन डॉलर था, इस हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 1.152 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है।