सत्ता में आते ही वादा ‘भूल’ गये तेजस्वी यादव, रोजगार पर देने लगे ऐसे तर्क

2020 चुनाव के दौरान तेजस्वी ने बिहार के लोगों से वादा किया था कि वो मुख्यमंत्री बनते ही पहली कलम से 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे, वो हर रैली और चुनावी सभा में ये बोलते थे।

New Delhi, Aug 13 : कसमें वादे प्यार वफा, सब बातें हैं, बातों का क्या, कोई किसी का नहीं, ये झूठे, नाते हैं नातों का क्या, ये चर्चित गाना 1967 में रिलीज फिल्म उपकार का है, इस गाने के जरिये ये बताने की कोशिश की गई, कि रिश्ते नाते इस रंग बदलती दुनिया में कोई महत्व नहीं रखते हैं, हालांकि आज हम जिस रिश्ते की बात कर रहे हैं, वो जनता के साथ नेता का रिश्ता है, नेताओं पर ये आरोप लगते हैं कि उनके वादे सिर्फ चुनावी होते हैं, चुनाव के बाद नेता वादा भूल जाते हैं, या बहाना बनाने लगते हैं।

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रोजगार पर वादा भूल गये तेजस्वी
बिहार की राजनीति में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है, 10 अगस्त को बिहार में नीतीश और तेजस्वी की अगुवाई में महागठबंधन की नई सरकार बनी, इस सरकार में तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम बनाया गया है, Tejashwi5 लालू के छोटे बेटे ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान लोगों से ये वादा किया था कि अगर वो सत्ता में आये, तो 10 लाख लोगों को रोजगार देंगे, तेजस्वी अब डिप्टी सीएम बन गये हैं, जिसके बाद उनसे उस वादे को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होने कहा कि वो अगर मुख्यमंत्री बनते, तब ना, वो मुख्यमंत्री नहीं हैं।

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वादा भूल जाते हैं
राजनीति में ऐसा होता रहता है, नेता चुनाव जीतने के बाद अपने वादे भूल जाते हैं, Tejashwi Yadav तेजस्वी यादव ने अपने अपने वादे से बचने के लिये इस बार एक क्लॉज जोड़ा है, जिसमें लिखा है मेरा वादा शर्तों के साथ था, आज आपको ये याद रखना चाहिये कि नेताओं के वादों में कई शर्त तथा बंधन होते हैं।

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चुनाव के समय वादा
आपको बता दें कि 2020 चुनाव के दौरान तेजस्वी ने बिहार के लोगों से वादा किया था कि वो मुख्यमंत्री बनते ही पहली कलम से 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे, वो हर रैली और चुनावी सभा में ये बोलते थे, tejashwi yadav इसके साथ ही अपने संकल्प पत्र में पहला वादा ही रोजगार को लेकर किया था, उन्होने लिखा था प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का, आगे लिखा था ये सच होने वाला है, वादा किया गया था कि एनडीए शासन में खाली 4.50 लाख पदों पर नियुक्ति की जाएगी, इसके साथ ही 5.50 लाख नये पदों पर भी नियुक्ति होगी, सबसे जरुरी बात ये थी कि पहली कैबिनेट बैठक में पहले हस्ताक्षर से ये शुरु कर दिया जाएगा।