प्रधानमंत्री का भाई हूं तो क्या, भूखा मर जाऊं?, प्रह्लाद मोदी का बयान हो रहा वायरल, जानिये क्या है मांग

प्रह्लाद मोदी राशन डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, काफी समय से उससे जुड़े हुए हैं, विरोध-प्रदर्शन के दौरान उन्होने अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि मेरा भाई पीएम है, तो क्या मैं भूखा मर जाऊं।

New Delhi, Aug 15 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई के भाई प्रह्लाद मोदी हाल ही में दिल्ली के जंतर-मंतर पर राशन डीलर एसोसिएशन के साथ केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने पहुंचे थे, प्रह्लाद मोदी राशन डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, काफी समय से उससे जुड़े हुए हैं, विरोध-प्रदर्शन के दौरान उन्होने अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि मेरा भाई पीएम है, तो क्या मैं भूखा मर जाऊं, अपनी मांगों के लिये एसोसिएशन के साथ रहकर उसके सभी फैसलों का साथ दूंगा।

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राशन की दुकान चलाते हैं प्रह्लाद
प्रह्लाद मोदी खुद भी एक राशन की दुकान चलाते हैं, तथा लंबे समय से राशन डीलर एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं, पिछले कुछ समय से सरकार द्वारा राशन डीलरों की मांग नहीं मानी जा रही थी, जिसके विरोध में वो प्रदर्शन करने पहुंचे थे।

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क्या है मांग
कम से कम 440 रुपये प्रति क्विंतल के मार्जिन के साथ 50 हजार रुपये वार्षिक आय की गारंटी
चावल, गेहूं, चीनी के लिये 1 किलो प्रति क्विंतल के दर से नुकसान की अनुमति दी जानी चाहिये।
मूल्य दुकानों के माध्यम से खाद्य तेल तथा दालों की पर्याप्त आपूर्ति की जानी चाहिये। rashan card
एलपीजी गैस सिंलेडर की आपूर्ति उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से की जानी चाहिये, उचित मूल्य की दुकानें एलपीजी वितरकों से एलपीजी सिलेंडर एकत्र करेंगी, एलपीजी वितरकों तथा उचित मूल्य की दुकानों द्वारा समान रुप से साझा किये जाने के लिये उचित मूल्य की दुकानों पर उपभोक्ताओं को एलपीजी टैग की गई एलपीजी वितरित करेंगी।

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जब तक स्टॉक लूट की थैलियों में आपूर्ति नहीं हो जाती, हम ऑफ लोडिंग बंद कर देंगे
उचित मूल्य की दुकानों के डीलरों को ग्रामीण क्षेत्रों में चावल तथा गेहूं के लिये प्रत्यक्ष खरीद एजेंट के रुप में काम करने की अनुमति दी जाए।
सभी भारतीय नागरिकों को राशन के मुफ्त वितरण का पश्चिम बंगाल राशन मॉडल यानी सभी के लिये भोजन पूरे देश में लागू किया जाना चाहिये।
जम्मू-कश्मीर समेत सभी राज्यों में राजस्थान द्वारा प्रदत्त 50 लाख के मुताबिक कोरोना क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाना चाहिये।