उपेन्द्र कुशवाहा के साथ आखिरी समय में हो गया खेल, बिहार में कोईरी राजनीति की Inside Story

पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने ऐसी खबरों को गलत बताया है, उन्होने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, मैं जदयू में जहां हूं, संतुष्ट हूं।

New Delhi, Aug 16 : बिहार में आज कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है, राजभवन से बुलावा भी आ चुका है, इस बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के साथ खेल हो चुका है, बताया जा रहा है कि नीतीश कैबिनेट में उपेन्द्र कुशवाहा को फिलहाल जगह नहीं मिलेगी, कुशवाहा पटना में नहीं हैं, अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया, जिस उपेन्द्र कुशवाहा को नीतीश का करीबी कहा जाता है, उनका नाम मंत्रियों के संभावित लिस्ट में था, फिर उसे अचानक कैसे हटा लिया गया।

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कुशवाहा ने ऐसी खबरों को गलत बताया
हालांकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने ऐसी खबरों को गलत बताया है, उन्होने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, मैं जदयू में जहां हूं, संतुष्ट हूं, जब उपेन्द्र कुशवाहा से सवाल पूछा गया कि आपको मंत्री पद की इच्छा है, तो उन्होने साफतौर से कहा, मुझे ना तो कोई इच्छा है और ना मैं चाहता हूं कि मुझे कोई पद दिया जाए।

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मौर्या होटल में मीटिंग
दूसरी ओर सूत्रों का दावा है कि 12 अगस्त की रात राजधानी पटना के मौर्या होटल में कुशवाहा नेताओं की एक मीटिंग हुई, बताया गया है कि इस मीटिंग में जदयू में शामिल कई कुशवाहा जाति के विधायक और सांसद मौजूद थे, JDU1 ये भी कहा गया कि इस मीटिंग में जदयू के प्रदेश कमेटी के बड़े नेता उमेश सिंह कुशवाहा भी शामिल थे, इस मीटिंग में तय किया गया कि कुशवाहा समाज से जिन्हें भी मंत्री बनाना हो, नीतीश बना सकते हैं, लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा को नहीं, अब सवाल ये है कि इन नेताओं को उपेन्द्र कुशवाहा से इतनी नाराजगी क्यों है।

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उपेन्द्र कुशवाहा को लेकर नाराजगी
बताया जा रहा है कि जदयू में एक गुट उपेन्द्र कुशवाहा के खिलाफ है, नीतीश ने भले ही आरसीपी सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया हो, लेकिन अभी भी पार्टी के भीतर आग सुलग रही है, माना जा रहा है कि  उपेन्द्र कुशवाहा को लेकर कुशवाहा नेताओं में ही भारी नाराजगी है, इसी बात को लेकर मौर्या होटल में 12 अगस्त को जदयू के कुशवाहा नेताओं का जुटान हुआ था, खबर ये भी है कि जदयू के भीतर कुशवाहा समाज के नेताओं की उपेन्द्र कुशवाहा के खिलाफ एकजुटता की वजह से नीतीश कुमार उन्हें मंत्री नहीं बनाने का फैसला लिया है। वहीं अपने ही समाज के नेताओं की गोलबंदी की भनक उपेन्द्र कुशवाहा को भी लग गई, बताया जा रहा है कि जदयू के भीतर कुशवाहा समाज के नेता उपेन्द्र कुशवाहा के बढते कद से चिंतित है, इसलिये पार्टी के नेता एक साथ आकर उपेन्द्र कुशवाहा का रास्ता रोकने की तैयारी में हैं।

संगठन की जिम्मेदारी
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं कर रहे हैं, इस वजह से कुशवाहा नाराज हैं, सीएम ने उन्हें संगठन में ही काम करने को कहा है, बताया जा रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा काफी दिनों से इस आस में थे, Upendra Kushwaha1 कि उन्हें मंत्री पद मिलेगा, जदयू में अपनी रालोसपा के विलय के बाद नीतीश ने उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया था, जिसके बाद बिहार विधान परिषद का सदस्य भी बनाया, तभी से ये चर्चा थी कि उपेन्द्र कुशवाहा को नीतीश कैबिनेट में शामिल कराया जाएगा।