यूपी- मुस्लिम महिला ने घर में बिठाये गणपति की मूर्ति, बोली मैं फतवों से डरुंगी नहीं
बीजेपी महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष रुबी आसिफ खान ने हिंदू देवी-देवताओं की पूजा याचना करने पर विवादित बयान देने वाले सहारनपुर के मुफ्ती अरशद फारुकी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ये लोग देश का बंटवारा करना चाहते हैं।
New Delhi, Sep 03 : गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने वाली मुस्लिम महिला रुबी आसिफ खान ने बड़ा बयान दिया है, उन्होने न्यूज 18 से बात करते हुए कहा कि देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने वाले सहारनपुर के मौलाना जेहादी और उग्रवादी हैं, पूजा आस्था को लेकर विवादित बयान देने वाले मौलवी सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते, ये देश का बंटवारा कराना चाहते हैं, हिंदू मुस्लिम सभी भाइयों को मिल-जुलकर रहना चाहिये, मेरे द्वारा की जा रही पूजा याचना को लेकर पहले भी मेरे खिलाफ फतवे जारी हो चुके हैं।
क्या कहा
बीजेपी महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष रुबी आसिफ खान ने हिंदू देवी-देवताओं की पूजा याचना करने पर विवादित बयान देने वाले सहारनपुर के मुफ्ती अरशद फारुकी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ये लोग देश का बंटवारा करना चाहते हैं, ऐसे मौलवी कभी सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते, ये उग्रवादी और जेहादी है, ये लोग खुद भेदभाव करना चाहते हैं, हिंदुस्तान में रहकर हिंदुस्तान की बात नहीं करते हैं, ये जिहादी लोग हैं, फतवे जारी करते हैं, ये सच्चे मुसलमान होते तो इस तरीके की बातें नहीं करते, मैं हिंदूओं के हर पर्व को मनाती चली आ रही हूं, आगे भी मनाऊंगी।
पहले भी जारी हो चुके हैं फतवे
रुबी ने कहा कि मौलवी मेरे खिलाफ पहले भी फतवा जारी कर चुके हैं, पोस्टर भी लगवा चुके हैं, मैं सिर्फ यही चाहती हूं हिंदू-मुस्लिम एकता बरकरार रहे, मालूम हो कि 2 दिन पहले रुबी आसिफ खान ने अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की थी, जिसे लेकर सियासत गरमाता जा रहा है, सहारनपुर के एक मौलवी ने विवादित बयान भी दे दिया है।
इस्लाम में मूर्ति पूजा नहीं
मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा गणेश उत्सव मनाना उनकी पूजा करने पर मुफ्ती अरशद फारुकी से सवाल पूछा गया कि क्या इस्लाम मुस्लिम समुदाय के लोगों को गणेश पूजा मनाने की इजाजत देता है, इस पर मुफ्ती अरशद फारुकी ने कहा कि भगवान गणेश हिंदू धर्म में अति पूज्यनीय हैं, ज्ञान के साथ सुख-समृद्धि के देवता हैं, इनके बिना हिंदू धर्म में कोई काम नहीं होता, वहीं अगर बात इस्लाम की है, तो इस्लाम में मूर्ति पूजा नहीं होती है, इस्लाम में अल्लाह के सिवाय किसी को पूजा नहीं जाता, जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वो ये सब इस्लाम के खिलाफ कर रहे हैं, ऐसा करने वालों के खिलाफ हुक्म जारी होता है, जो इस्लाम के खिलाफ जाने वालों के खिलाफ होता है।