अमीर महिलाओं के लिये… पटना से फर्जी वेबसाइट से चल रहा था गंदा खेल, ऐसे खुला मामला

मंगलवार को पटना के पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने अर्पित के दो साथियों वारसलीगंज निवासी निशांत कुमार और अविनाश कुमार को वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था, जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने अर्पित की तलाश में छापेमारी शुरु की।

New Delhi, Sep 15 : एक ऐसे वेश्यावृत्ति रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें फर्जी वेबसाइट बनाकर युवाओं को प्लेब्वॉय बनाने के नाम पर ठगी की जाती थी, रजिस्ट्रेशन फी और एडवांस में होटल चार्ज के नाम पर ठगी करने वाले इस गिराह का खुलासा पटना में पत्रकार नगर पुलिस ने किया है, जिसने दो युवकों को गिरफ्तार किया, पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का सरगना अर्पित कुमार है, जो फर्जी वेबसाइट बनाता था, फिर लड़की की तस्वीर लगाकर फेक प्रोफाइल अपलोड करता था, फिर बिहार समेत दूसरे राज्यों के लड़कों को प्ले ब्वॉय बनाने के लिये संपर्क नंबर भी देता था, अर्पित मूल रुप से नवादा जिले के वारसलीगंज का रहने वाला है।

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वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार
दरअसल मंगलवार को पटना के पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने अर्पित के दो साथियों वारसलीगंज निवासी निशांत कुमार और अविनाश कुमार को वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था, जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने अर्पित की तलाश में छापेमारी शुरु की, बताया जा रहा है कि पिछले 2 साल में अर्पित और उसके गिरोह ने दो सौ से ज्यादा युवकों से ठगी की है, इनके पास से मिले मोबाइल में हर महीने 30 से 40 ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं, एक युवक से ये गिरोह 30 से 40 हजार रुपये की ठगी करता था।

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10 से ज्यादा मोबाइल नंबरों से फर्जीवाड़ा
पूछताछ में पता चला कि अविनाश और निशांत दोनों स्नातक हैं, दोनों अर्पित के संपर्क में पिछले करीब दो साल से हैं, राजधानी पटना में ही रहते हैं, बाइपास स्थित रामकृष्णानगर स्थित एक मकान में किराये का कमरा ले रखा है, पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि अर्पित प्रोफाइल बनाने के लिये 10 से ज्यादा मोबाइल रखता है, लड़की की तस्वीर लगाकर प्रोफाइल बनाने के कुछ देर बाद ही 200 से 300 फ्रेंड रिक्वेस्ट तुरंत आने लगते थे।

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ब्लड ग्रुप, तस्वीर और आधार नंबर की मांग
दिये गये नंबर पर जब लोग संपर्क करते थे, तो झांसा देने के लिये दिल्ली, मुंबई समेत अन्य महानगरों की महिलाओं से उनका संपर्क होने की बात कहा जाता था, झांसे में आने वाले युवकों को बताता था कि एक अमीर महिला से तुम्हारी दोस्ती करानी है, woman (5) इसके लिये तुम्हें ब्लड ग्रुप, आधार कार्ड के साथ तस्वीर देनी है, तुम एक बार सिर्फ रजिस्ट्रेशन फी और होटल चार्ज दे दो, इसके बाद आपसे कोई खर्च नहीं लिया जाएगा, झांसे में आने वाले युवकों से फर्जी सिम पर बात की जाती थी, हैरानी की बात ये है कि फोन पर बात करने के लिये बंगाल से फर्जी आईडी पर 15 से 20 रुपये जमाकर प्रति सिम कार्ड कुरियर से मंगवाया जाता था, 2 से 3 युवकों से ठगी के बाद वो सिमकार्ड तोड़कर फेंक दिया जाता था, पुलिस इनके बैंक अकाउंट को भी खंगालने में लगी हुई है।

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